56 साल बाद देखा हार का मुंह, अब राज्यसभा सीट पर कुलदीप बिश्नोई की नजर; शुरू कर दी दिल्ली की दौड़
- विधानसभा चुनाव में बेटे की हार के बाद अब कुलदीप बिश्नोई की नजर राज्यसभा सीट पर है। कृष्ण लाल पंवार ने इसराना विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है। इसके बाद राज्यसभा की एक सीट खाली हो गई है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में आदमपुर की सीट पर बिश्नोई परिवार के भव्य बिश्नोई की हार के बाद अब कुलदीप बिश्नोई की नजर राज्यसभा सीट पर है। उन्होंने इसको लेकर दिल्ली का दौरा भी शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वह राज्यसभा सीट के लिए लॉबीइंग में जुट गए हैं। राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के विधायक बनने के बाद सदन में एक सीट खाली हो गई है। कृष्ण लाल पंवार ने इस बार इसराना विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है।
कुलपीप बिश्नोई के बेटे और भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई को इस बार आदमपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी चंद्र प्रकाश से 1268 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। इस सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ मानी जाती थी। 1968 से ही आदमपुर की सीट बिश्नोई परिवार के ही हाथ में रही है। पहली बार है जब छोटे अंतर से इस परिवार के उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा।
2022 में ही कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस से बीजेपी में आए थे। अपने परिवार की हार के बाद अब वह चाहते हैं कि उन्हें दूसरी तरफ कोई फपायदा मिले। उनके एक करीबी के मुताबिक बिश्नोई अब बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। हाल ही में उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की। उनके साथ उनके बेटे भव्य बिश्नोई और परिवार के अन्य लोग भी मौजूद थे।
बिश्नोई ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी पोस्ट की थीं। उन्होंने अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की भी एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर रहे थे। यह तस्वीर पोस्ट करके उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि बीजेपी नेतृत्व के साथ उनके पुराने संबंध रहे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।