बिना फायर एनओसी के चल रहा था राजकोट का गेमिंग जोन, सिर्फ एक गेट था बाहर निकलने के लिए
राजकोट के गेमिंग जोन में भीषण आग लगने की घटना की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। पता चला है कि गेम जोन बिना फायर लाइसेंस के चल रहा था। निकलने के लिए भी सिर्फ एक ही गेट था।
राजकोट के गेमिंग जोन में भीषण आग लगने की घटना की जांच जारी है। इस बीच पता चला है कि यह गेमिंग जोन बिना फायर लाइसेंस के चल रहा था। इस जोन से बाहर निकलने का सिर्फ एक ही गेट था। एक ही गेट होने के कारण हादसे के बाद बहुत सारे लोग वहां से बाहर नहीं निकल सके।
राजकोट में गेमिंग जोन में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई। इसको लेकर इस जोन में सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह केंद्र फायर एनओसी के बिना चल रहा था और यहां सिर्फ एक निकास द्वार था।
वीकेंड होने के कारण यहां डिस्काउंट ऑफर चल रहा था। इस वजह से शनिवार को यह आगंतुकों से खचाखच भरा हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि गेमिंग जोन में आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी होगी, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि सही कारण का पता जांच के बाद ही चल जाएगा। अधिकारियों ने यह भी बताया कि कई शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी शिनाख्त नहीं हो पा रही है।
फायर ब्रिगेड विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आग लगने का कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अधिकारी ने कहा कि आग की तीव्रता इतनी थी कि कई किलोमीटर दूर से धुआं दिखाई दे रहा था। कई शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पाई है। पहचान के लिए शवों और पीड़ित के रिश्तेदारों के डीएनए नमूने एकत्र किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, गेमिंग जोन के पास संचालन के लिए आवश्यक लाइसेंस भी नहीं थे। साथ ही राजकोट नगर निगम से फायर एनओसी लेने का कोई रिकॉर्ड भी नहीं था। बचाव कार्यों की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंची राजकोट की मेयर नयना पेधादिया ने भी फायर एनओसी नहीं होने की बात कही है।
पेधादिया ने कहा, "हम जांच करेंगे कि इतना बड़ा गेम जोन बिना फायर एनओसी के कैसे काम कर रहा था। हम इसका परिणाम देख रहे हैं। इस मुद्दे पर किसी को भी राजनीति करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।" उन्होंने बताया कि यहां से निकलने का केवल एक आपातकालीन गेट था, जिससे आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई।
राजकोट के अग्निशमन अधिकारी इलेश खेर ने कहा कि प्रवेश द्वार के पास एक अस्थायी संरचना ढह जाने से लोग फंस गए, जिससे उनका बाहर निकलना मुश्किल हो गया। पुलिस ने टीआरपी गेम जोन के मालिक और मैनेजर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अग्निकांड के मद्देनजर राज्य के पुलिस महानिदेशक ने पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को गुजरात के सभी गेमिंग जोन का निरीक्षण करने और फायर एनओसी के बिना चल रहे गेमिंग जोन को बंद करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस महानिदेशक ने पुलिस अधिकारियों को नगर निगम और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के साथ मिलकर निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
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