नूपुर शर्मा की भी हत्या कराना चाहता है पाकिस्तान! मौलवी की गिरफ्तारी से क्या-क्या खुलासा
पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर कई बार धूल चाटने के बाद वह भारत में माहौल बिगाड़ने की फिराक में रहता है। गुजरात में मौलवी की गिरफ्तारी से ऐसी ही एक साजिश का खुलासा हुआ है।
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर कई बार धूल चाटने के बाद वह भारत में माहौल बिगाड़ने की फिराक में रहता है। उसकी ऐसी ही एक साजिश का खुलासा गुजरात में एक मौलवी की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। मौलवी भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा समेत कई हिंदुवादी नेताओं की हत्या करना चाहता था। इसके लिए पाकिस्तान में बैठे आकाओं से फंडिंग और हथियारों की डील चल रही थी। ऐन वक्त पर पुलिस ने आरोपी को दबोचकर पूरी साजिश को बेनकाब कर दिया है।
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मौलवी सोहेल अबुबक्र तिमोल एक धागा फैक्टरी में मैनेजर है। वह मुस्लिम बच्चों को इस्लामिक शिक्षा का ट्यूशन देता था। कट्टरपंथी सोच का सोहेल पाकिस्तान और नेपाल में बैठे कुछ लोगों के संपर्क में था और भारत में कुछ ऐसे लोगों की हत्या करना चाहता था जिनकी पहचान हिंदुत्व से जुड़ी है। उसके निशाने पर सुदर्शन टेलीविजन चैनल के मुख्य संपादक, तेलंगाना के भाजपा विधायक राजा सिंह और इसी पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा जैसे लोग थे।
मौलवी ने पाकिस्तान और नेपाल में बैठे अपने हैंडलर्स के साथ एक करोड़ रुपए की डील की थी। वह पाकिस्तान से हथियार भी मंगवाना चाहता था। गहलोत ने बताया, 'सोहेल को हिरासत में लेने के बाद, हमें उसके मोबाइल फोन में कई आपत्तिजनक सामग्री मिली, जिसमें उपदेश राणा की हत्या के लिए एक करोड़ रुपए की पेशकश भी शामिल थी। इसके लिए वह पाकिस्तान और नेपाल के व्यक्तियों/नंबरों से लगातार संपर्क में था।' तिमोल को इस साल मार्च में राणा को धमकी देने में भी शामिल पाया गया था। आरोपी ने अपने ग्रुप कॉल में पाकिस्तान और नेपाल के नंबरों को जोड़कर राणा को धमकी देने के लिए लाओस के एक डिजिटल नंबर का इस्तेमाल किया।
गहलोत ने कहा, 'उसके फोन नंबर पर मिली तस्वीरें और अन्य विवरण से पता चलता है कि वे (आरोपी और सहयोगी) सुदर्शन टीवी के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके, भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और हैदराबाद के विधायक राजा सिंह को निशाना बनाने और धमकी देने के बारे में एक सुरक्षित ऐप पर चर्चा कर रहे थे। इस उद्देश्य से वे फंड जुटाने और हथियार खरीदने की साजिश रच रहे थे।' यह भी पता चला है कि वह राणा की हत्या करके लोकसभा चुनाव के दौरान गुजरात में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ना चाहता था।
क्राइम ब्रान्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि डोगर और शहनाज नाम के दो व्यक्तियों ने उससे संपर्क किया था, जिनके पास पाकिस्तान और नेपाल के फोन नंबर थे। बताया गया है कि करीब डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया पर दो लोगों ने सोहेल के साथ संपर्क किया। उन्होंने उसे यह कहकर उत्तेजित किया कि हिंदू संगठन नबी का मजाक उड़ा रहे हैं और इन्हें सबक सिखाना है।
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