Hindi Newsगुजरात न्यूज़Bjp doing damage control over his leader and rajkot candidate parshottam rupala comment on kshatriya community

पुरुषोत्तम रुपाला के बयान से कैसे घिरी BJP, क्षत्रिय समाज को मनाने में जुटी

सीआर पाटिल ने कहा कि रुपाला ने इस समुदाय के लोगों से तीन बार माफी मांग है और क्षत्रिय समुदाय को उन्हें माफ कर देना चाहिए। 'मैं हाथ जोड़ कर उनसे माफी मांगता हूं कि वो उन्हें माफ कर दें।' 

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, गांधीनगरWed, 3 April 2024 12:46 PM
share Share

गुजरात के राजकोट से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने हाल ही में क्षत्रिय समाज को लेकर एक बयान दिया जिसपर काफी हंगामा हुआ। केंद्रीय मंत्री के बयान से नाराज इस समाज से जुड़े लोग लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि उनकी टिप्पणी के बाद से बीजेपी घिर गई है। लेकिन अब बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व मामले की गंभीरता को भांपते हुए डैमेज कंट्रोल में जुट गया है ताकि लोकसभा चुनाव से पहले इस समाज की नाराजगी को दूर किया जा सके। गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को भाजपा से जुड़े वरिष्ठ क्षत्रिय नेताओं से सौराष्ट्र में मुलाकात की है। बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए सीआर पाटिल ने कहा कि रुपाला ने इस समुदाय के लोगों से तीन बार माफी मांगी है और क्षत्रिय समाज को उन्हें माफ कर देना चाहिए। 'मैं हाथ जोड़ कर उनसे माफी मांगता हूं कि वो उन्हें माफ कर दें।' 

क्या कहा था रुपाला ने

कुछ दिनों पहले पुरुषोत्तम रुपाला ने 22 मार्च को एक कार्यक्रम में कहा था कि ब्रिटिश काल में राजाओं और महाराजाओं ने भी अपना सिर झुका लिया था और उनके साथ रोटी-बेटी के संबंध बना लिए लेकिन दलित समाज ने ऐसा नहीं किया था।। उनके इसी बयान पर क्षत्रिय समाज के कुछ लोग नाराज हो गए था और फिर प्रदर्शन भी हुए थे। 

हालांकि, 'Economic Times' ने पार्टी से जुड़े सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सिर्फ पार्टी के कुछ नेताओं से बात करने से बात बनने वाली नहीं। उस बैठक में सिर्फ सौराष्ट्र के नेताओं को बुलाया गया था। लेकिन केंद्रीय मंत्री के इस बयान का पूरे राज्य में विरोध हो रहा है। यह विरोध सिर्फ सौराष्ट्र तक सीमित नहीं रहा। इस विरोध को खत्म करने के लिए भूपेंद्र सिंह चडूसमा और आईके जडेजा जैसे बुजुर्ग नेताओं को जिम्मेदारी दी गई। हालांकि, पार्टी के कई नेता यह मानते हैं कि युवाओं को जोड़ने से ज्यादा मदद मिलेगी। मंगलवार को रुपाला के खिलाफ प्रदेश में कम से कम छह जगहों पर प्रदर्शन हुए थे और क्षत्रिय समाज के लोग काफी नाराज नजर आए थे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें