IP रेटिंग के बावजूद वॉटरप्रूफ नहीं है आपका स्मार्टफोन, बारिश में चूके तो खराब हो जाएगा
ढेरों प्रीमियम स्मार्टफोन्स वॉटरप्रूफ रेटिंग के साथ आते हैं लेकिन इसका मतलब उनका वाटरप्रूफ होना नहीं होता। जरूरी है कि आप बारिश में फोन सुरक्षित रखें और उसे भीगने से बचाएं। आइए इस बारे में समझते हैं।

ज्यादातर प्रीमियम और मिडरेंज स्मार्टफोन्स इन दिनों IP रेटिंग के साथ आते हैं, जिसका मतलब है कि वे नमी और धूल से सुरक्षा देते हैं। ढेरों डिवाइसेज IP या ATM रेटिंग के साथ दावा करते हैं कि वे वाटर-रेसिस्टेंट हैं लेकिन इसका मतलब उनका वाटरप्रूफ होना नहीं है। अगर आपको लगता है कि महंगे फोन में मिलने वाली IP रेटिंग का मतलब है कि वह वाटरप्रूफ है तो आप गलत हैं। आइए समझते हैं कि IP रेटिंग का मतलब क्या है और फोन वाटरप्रूफ क्यों नहीं होते।
ज्यादातर प्रीमियम स्मार्टफोन्स (जैसे- Samsung Galaxy S23 सीरीज, OnePlus 11 और Google Pixel 7 सीरीज) में IP67 या फिर IP68 रेटिंग्स मिलती हैं। ऐसे फोन बेहद कम हैं, जिनके साथ IP69 रेटिंग मिलती है लेकिन वे भी पूरी तरह वाटरप्रूफ नहीं कहे जा सकते। IP रेटिंग का मतलब है कि आपके फोन को नमी और धूल से अतिरिक्त सुरक्षा दी जा रही है और रेटिंग इस सुरक्षा के स्तर की जानकारी देती है।
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क्या होता है IP रेटिंग का मतलब?
इंटरनेशनल इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन की ओर से डिवाइसेज के लिए सॉलिड्स और लिक्विड्स के प्रति सुरक्षित होने की जानकारी रेटिंग्स के जरिए दी जाती है। इनमें IP का मतलब Ingress Protection या International Protection होता है। इसके बाद दो नंबर लिखे होते हैं, जिनमें से पहला सॉलिड्स (डस्ट या डर्ट) और दूसरा लिक्विड्स (पानी) के प्रति सुरक्षा दिखाता है। ये नंबर 1 से 9 तक जाते हैं। ज्यादा नंबर का मतलब बेहतर सुरक्षा होता है।
उदाहरण के लिए, अगर किसी डिवाइस की रेटिंग IP68 है तो वह धूल के लिए स्तर-6 और पानी के लिए स्तर-8 की सुरक्षा देता है। आप IP रेटिंग से जुड़ी अन्य जानकारी इसकी वेबसाइट पर जाकर ले सकते हैं। IP68 रेटिंग को विस्तार में समझें तो 6 रेटिंग के साथ डिवाइस के अंदर धूल के कण जाने की गुंजाइश नहीं होती। वहीं, 8 रेटिंग के साथ इसके पानी के अंदर जाने पर और डूबे रहने की स्थिति में भी करीब 30 मिनट तक इसके खराब होने का डर नहीं रहता।
फोन को सुरक्षित रखना इसलिए जरूरी
अगर आपको लगता है कि फोन में IP रेटिंग होने के बाद आप इसे पानी में डुबो सकते हैं, या फिर अंडर-वाटर फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी कर सकते हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। फोन में इस तरह की परिस्थितियों में पानी जाने का खतरा रहता है। यही वजह है कि बारिश के मौसम में IP रेटेड स्मार्टफोन और डिवाइसेज को भी भीगने से बचाने की सलाह दी जाती है। चार्जिंग पोर्ट्स या इंटरनल्स में जरा सी नमी पहुंचना भी फोन के खराब होने की वजह बन सकता है।
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