चोरी-छुपे आपकी बातें सुन रहा है WhatsApp, अब सरकार करेगी पूरे मामले की जांच
लोकप्रिय मेसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp पर गंभीर आरोप लगा है कि यह चोरी-छुपे यूजर्स की बातें सुन रहा था। प्लेटफॉर्म ने इस मामले पर सफाई दी है लेकिन सरकार इस पूरे मामले की जांच करेगी।
लोकप्रिय मेसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp का इस्तेमाल देशभर में लाखों स्मार्टफोन यूजर्स करते हैं और ऐप की ओर से बेहतरीन प्राइवेसी यूजर्स को देने का दावा किया जाता है। अब सामने आया है कि वॉट्सऐप ने ऐसे वक्त में माइक्रोफोन ऐक्सेस किया, जब ऐप इस्तेमाल नहीं की जा रही थी। इस दावे के बाद से सभी यूजर्स प्राइवेसी को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं और अब सरकार ने खुद इसकी जांच का भरोसा दिया है।
बीते दिनों एक ट्विटर इंजीनियर ने अपने फोन का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए दिखाया कि मेटा की ओनरशिप वाली मेसेजिंग ऐप ने ऐसे वक्त में माइक्रोफोन इस्तेमाल किया, जब ऐप यूज में नहीं थी। यानी कि ऐप माइक्रोफोन की मदद से बाहर की बातें सुन रही थी या फिर रिकॉर्ड कर रही थी। इस मामले के सामने आते ही इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कार्रवाई और जांच की बात कही है।
सरकार करेगी इस पूरे मामले की जांच
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि सरकार वॉट्सऐप पर लगे प्राइवेसी के हनन से जुड़े आरोप की जांच करेगी और तय करेगी कि यूजर्स को किसी तरह का नुकसान ना पहुंचे। नए डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल में किए जा रहे सुधारों की जानकारी भी मंत्री ने दी। यह बिल तय करेगी कि भारतीय नागरिकों का केवल उतना ही डाटा इस्तेमाल किया जाए, जिसका इस्तेमाल उसे सेवाएं देने के लिए जरूरी है।
ट्विटर इंजीनियर ने लगाया गंभीर आरोप
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर में इंजीनियरिंग डायरेक्टर फोड डाबिरी ने एक ट्वीट में अपने फोन का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, "वॉट्सऐप बैकग्राउंड में माइक्रोफोन इस्तेमाल कर रहा है, जबकि मैं सो रहा था और सुबह 6 बजे सोकर उठा हूं।" इस ट्वीट पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसी के रिप्लाई में केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने लिखा, "यह स्वीकार नहीं किया जा सकता और निजता का सीधा हनन है।" यहीं पर उन्होंने मामले की जांच की बात भी लिखी।
वॉट्सऐप ने फोन के बग को जिम्मेदार कहा
मेसेजिंग प्लेटफॉर्म ने इस ट्वीट के जवाब में कहा कि ऐसा एंड्रॉयड में मिलने वाले प्राइवेसी डैशबोर्ड फीचर के किसी बग की वजह से हो सकता है और हमने इसकी जांच करने के लिए गूगल से कहा है। दरअसल, लेटेस्ट एंड्रॉयड वर्जन में यूजर्स को प्राइवेसी डैशबोर्ड मिलता है और बताया जाता है कि किस ऐप ने कितनी देर तक माइक्रोफोन, कैमरा या अन्य परमिशंस का इस्तेमाल किया।
बता दें, फोड के ट्वीट को अब तक 6.5 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया है और खुद एलन मस्क ने लिखा है कि वॉट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
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