Hindi Newsगैजेट्स न्यूज़Government agency issues an important warning for android users and here is what you have to do

Android यूजर्स सावधान! सरकार ने जारी की बड़ी चेतावनी, ये बदलाव करने जरूरी

भारत सरकार से जुड़ी एजेंसी CERT-In की ओर से एक बड़ी चेतावनी जारी की गई है। एजेंसी ने लाखों एंड्रॉयड यूजर्स को उन खामियों के बारे में अलर्ट किया है, जिनके चलते उनका सेंसिटिव डाटा चोरी हो सकता है।

Pranesh Tiwari लाइव हिन्दुस्तान  Thu, 11 July 2024 03:49 PM
share Share

भारत सरकार से जुड़ी एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने एंड्रॉयड यूजर्स को सावधान करते हुए उनके लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने एंड्रॉयड वर्जन 12, 12L, 13 और 14 पर काम करने वाले स्मार्टफोन्स और डिवाइसेज के लिए हाई-रिस्क वल्नरेबिलिटी वॉर्निंग जारी की है। ये चेतावनी कई मौजूदा खामियों के चलते दी गई है, जिनका फायदा अटैकर्स को मिल सकता है।

CERT-In ने बताया है कि चुनिंदा एंड्रॉयड वर्जन्स में मौजूद खामियों का सीधा फायदा अटैकर्स या हैकर्स को मिल सकता है। चेतावनी में कहा गया है कि हैकर्स को डिवाइस का ऐक्सेस और ऐसी परमिशंस मिल सकती हैं, जिससे वे टारगेट सिस्टम से सेंसिटिव जानकारी चोरी कर सकते हैं। इसके डाटा के साथ विक्टिम को और भी नुकसान पहुंचाया जा सकता है।

 

ये भी पढ़ें:10 हजार रुपये से कम में Samsung का 5G फोन, 50MP कैमरा मॉडल पर धांसू ऑफर

डिवाइसेज के फ्रेमवर्क में मौजूद हैं खामियां

साइबर सुरक्षा एजेंसी ने बताया है कि एंड्रॉयड में ये खामियां फ्रेमवर्क में दिक्कत, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट्स, कर्नेल, Arm कंपोनेंट्स, MediaTek कंपोनेंट्स, इमेजिनेशन टेक्नोलॉजी, क्वालकॉम कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज-सोर्स कंपोनेंट्स से जुड़ी हैं। यह चेतावनी Android 12, Android 12L, Android 13 और Android 14 डिवाइसेज के लिए दी गई है।

यूजर्स को फौरन उठाने चाहिए ये कदम

खुद को हैकिंग या साइबर अटैक जैसे खतरों से बचे रहने के लिए सबसे पहले तो डिवाइस को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करना जरूरी है। आप चाहें तो सेटिंग्स में जाकर ऑटोमैटिक अपडेट्स को इनेबल कर सकते हैं। इसके अलावा ऐप्स डाउनलोड करने के लिए आपको केवल भरोसेमंद सोर्स की मदद लेनी चाहिए। थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म या फिर साइट्स से ऐप डाउनलोड करना खतरनाक हो सकता है।

ये भी पढ़ें:फटाफट खत्म हो जाता है आपका डेली डाटा? ये टिप्स आजमाओ और टेंशन-फ्री हो जाओ

एजेंसी हमेशा साफ करती है कि ऐप को परमिशंस देते वक्त सतर्क रहना जरूरी है। किसी भी ऐप को वही परमिशंस दें, जिनकी उसे जरूरत है और जिनके बिना ऐप ठीक से फंक्शन नहीं कर सकता। उदाहरण के लिए, एक फ्लैशलाइट ऐप को कॉल या स्टोरेज से जुड़ी परमिशंस की जरूरत नहीं है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें