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Jio, Vi और एयरटेल यूजर्स के लिए बड़ी खबर, 15 अप्रैल से बंद होगी यह सर्विस, सरकारी आदेश

ऑनलाइन स्कैम के बढ़ते खतरे को देखते हुए DoT ने बड़ा फैसला लिया है। DoT ने जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को USSD कोड के जरिए कॉल फॉरवर्डिंग ऐक्टिवेट करने वाली सर्विस को बंद करने के लिए कहा है। DoT के अनुसार इन कोड जरिए साइबर क्रिमिनल्स ऑनलाइन स्कैम और मोबाइल फोन से जुड़े क्राइम कर सकते हैं।

Kumar Prashant Singh लाइव हिन्दुस्तानMon, 1 April 2024 09:00 AM
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स्मार्टफोन यूजर्स के लिए बड़ी खबर है। कॉल फॉरवर्डिंग का तरीका अब बदलने वाला है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DoT) ने रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (Vi) को आदेश दिया है कि वे कॉल फॉरवर्डिंग को ऐक्टिवेट करने के लिए *401# जैसे USSD कोड्स का इस्तेमाल बंद करें। यह बदलाव 15 अप्रैल 2024 से लागू हो जाएगा। 

USSD (Unstructured Supplementary Service Data) कोड्स वे शॉर्ट कोड होते हैं, जिन्हें डायल करने से फोन के बैलेंस और IMEI नंबर जैसी चीजों का पता चलता है। इन कोड्स से कई सर्विसेज को भी ऐक्टिवेट या डीऐक्टिवेट किया जाता है। ये कोड्स यूजर्स के लिए काफी काम के होते हैं, लेकिन DoT के अनुसार इन कोड के जरिए साइबर क्रिमिनल्स ऑनलाइन स्कैम और मोबाइल फोन से जुड़े क्राइम कर सकते हैं।

28 मार्च को आया ऑर्डर
DoT ने 28 मार्च को दिए गए ऑर्डर में कहा कि उसे पता चला है कि USSD आधारित कॉल फॉरवर्डिंग फैसिलिटी यानी *401# सर्विस के गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी खतरे को देखते हुए DoT ने अप्रैल 15 2024 से अगले आदेश तक इस सर्विस को बंद करने का फैसला लिया है। जिन यूजर्स ने USSD बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग को ऐक्टिवेट कर रखा है, उन्हें दूसरे तरीकों से कॉल फॉरवर्डिंग को रीऐक्टिवेट करने के लिए कहा जाएगा, ताकि यह कन्फर्म हो सके कि यूजर की मर्जी के बिना यह सर्विस ऐक्टिवेट न हो।

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टेलिकॉम कंपनियों की जिम्मेदारी
कॉल फॉरवर्डिंग के लिए USSD कोड्स का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स को इस सर्विस को रीऐक्टिवेट करने के लिए 15 अप्रैल के बाद नए तरीके का इस्तेमाल करना होगा। यूजर्स को कॉल फॉरवर्डिंग ऐक्टिवेट करने के लिए दूसरा ऑप्शन देने की जिम्मेदारी टेलिकॉम कंपनियों की होगी। इस बदलाव से सरकार की कोशिश है कि गलत कॉल फॉर्वर्डिंग पर लगाम लगा कर यूजर्स की सिक्योरिटी को बढ़ाया जाए, ताकि ऑनलाइन हैकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के वक्त यूजर्स के फोन पर आने वाले ओटीपी या दूसरी वेरिफिकेशन कॉल्स को ऐक्सेस न कर सकें।

(Photo: profilesandreviews)

 

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