स्मार्टफोन यूजर तुरंत हो जाएं अलर्ट, सरकार ने जारी की हाई-रिस्क वॉर्निंग, चोरी हो सकता है पूरा डेटा
CERT-In (कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम) को ऐंड्रॉयड ओएस में कई खामियों का पता चला है, जिनसे यूजर्स को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। खतरे की गंभीरता को देखते हुए CERT-In ने इसे हाई-रिस्क वॉर्निंग की कैटिगरी में रखा है।

स्मार्टफोन यूजर हैं, तो आपको तुरंत सावधान हो जाने की जरूरत है। सरकार कीCERT-In (कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम) को ऐंड्रॉयड ओएस में कई वल्नरेबिलिटी का पता चला है, जिनसे यूजर्स को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। CERT-In को ऐंड्रॉयड 13, 14 और 15 से पहले वाले वर्जन्स में ये गड़बड़ी मिली है। खतरे की गंभीरता को देखते हुए CERT-In ने इसे हाई-रिस्क वॉर्निंग की कैटिगरी में रखा है। सिक्योरिटी के जुड़ी इन खामियों का फायदा उठा कर हैकर बड़ी आसानी से यूजर के डिवाइस को अपने कंट्रोल में ले सकते हैं।
डेटा चोरी का खतरा
CERT-In की ऑफिशियल वेबसाइट पर Vulnerability Note CIVN-2025-0077 में इसके बारे में बताया गया है। CERT-In के अनुसार इन खतरों के कारण यूजर्स के फोन में मौजूद डेटा को हैकर आसानी से चोरी कर सकते हैं। साथ ही ये सिस्टम को भी सही से काम नहीं करने देते। इसके अलावा ये प्रभावित ऐंड्रॉयड डिवाइसेज की सर्विस में भी रुकावट पैदा करते हैं।
बड़े हार्डवेयर प्रोवाइडर्स के थर्ड-पार्टी कंपोनेंट्स में भी खामियां
ये खतरे ऐंड्रॉयड इकोसिस्टम के अलग-अलग कंपोनेंट्स से पैदा होते हैं। इनमें सिस्टम फ्रेमवर्क, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट्स और ऑपरेटिंग सिस्टम का कोर यानी मेन पार्ट kernel भी शामिल है। बड़े हार्डवेयर प्रोवाइडर्स जैसे मीडियाटेक, क्वॉलकॉम, Arm और इमैजिनेशन टेक्नोलॉजी के कुछ थर्ड-पार्टी कंपोनेंट्स में भी खामियां मिली हैं।
इन खामियों के चलते हैकर यूजर के डिवाइस का हाई-लेवल ऐक्सेस आसानी से हासिल कर लेते हैं। इस कारण यूजर्स के सेंसिटिव डेटा जैसे पासवर्ड और फाइनेंशियल डिटेल साइबर क्रिमिनल्स के हाथ लग जाता है। ये हैकर फोन में मौजूद ऐप्स और सर्विसेज को भी क्रैश करने लगते हैं, जिससे फोन किसी काम का नहीं रह जाता।
सेफ रहने के लिए करें ये काम
ऐंड्रॉयड एक ओपन-सोर्स प्लैटफॉर्म है और यह कई अलग-अलग डिवाइसेज में यूज होता है। इसी कारण CERT-In की वॉर्निंग भारतीय समेत दुनियाभर के यूजर्स के ऊपर लागू होती है। इस खतरे से बचने के लिए आपको तुरंत अपने फोन को ऐंड्रॉयड वर्जन 13, 14 या 15 से अपडेट करना चाहिए। इसके अलावा यूजर्स को समय-समय पर सिस्टम अपडेट्स को चेक करते रहना चाहिए और किसी भी अनजान सोर्स से कोई ऐप डाउनलोड करने से बचना चाहिए।
(Photo: LinkedIN)
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।