Hindi Newsमनोरंजन न्यूज़वेब सीरीजPanchayat actor Pankaj Jha people in bollywood are spineless talks about his equation with anurag kashyap

पंचायत के विधायकजी पंकज झा ने किसे कहा लिजलिजा और डरपोक, बोले- अनुराग कश्यप को…

  • पंकज झा को लगता है कि इंडस्ट्री में जो लोग डायलॉग्स भी नहीं बोल पाते वो आज सुपरस्टार हैं। वहीं लोग काम के लिए खुद को बेच दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि गैंग्स ऑफ वासेपुर का रोल उनके हाथ से कैसे निकला।

Kajal Sharma लाइव हिन्दुस्तानWed, 5 June 2024 11:23 AM
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पंचायत वेब सीरीज में विधायकजी का रोल निभाने वाले पंकज झा अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने करियर और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी कई सारी बातें कीं। बताया कि गैंग्स ऑफ वासेपुर में सुल्तान कुरेशी का रोल वह करने वाले थे जो बाद में पंकज त्रिपाठी को मिल गया। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री के लोग बेहद लिजलिजे और बिना रीढ़ के हैं जो अपनी बात तक नहीं रख पाते।

हाथ से गया रोल

पंचायत में पंकज झा के किरदार विधायकजी को लोग भले नफरत करें लेकिनउनकी एक्टिंग की तारीफ हो रही है। पंकज झा ने डिजिटल कॉमेंट्री पॉडकास्ट में पंचायत कास्ट, अनुराग कश्यप से संबंध, इंडस्ट्री की पॉलिटिक्स और गैंग्स ऑफ वासेपुर पर भी बात की। गैंग्स ऑफ वासेपुर में सुल्तान कुरेशी का किरदार पहले पंकज त्रिपाठी ने निभाया है। पंकज झा का कहना है कि पहले उन्हें यह रोल ऑफर हुआ था। पंकज झा बताते हैं, हम एक फिल्म कर रहे थे। पटना गए तो मैसेज आया एमसी का (मुकेश छाबड़ा) का कि भैया आ जाओ। बाद में पता चला कि कैरेक्टर कोई और कर रहा है। मुझे लगा कि वहां से नाराजगी हुई होगी।

पॉलिटिक्स से फर्क नहीं पड़ता

उनसे पूछा गया कि क्या इंडस्ट्री की पॉलिटिक्स पर दुख होता है? इस पर पंकज बोले, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरे पीठ पीछे क्या पॉलिटिक्स होती है। अगर वो पॉलिटिक्स मुझे हानि कर गया तो पॉलिटिक्स करने वाला जीत गया। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। पीठ पीछे पॉलिटिक्स करने वाले कायर होते हैं।

लिजलिजे लोग हैं

पंकज से सवाल किया गया कि अनुराग कश्यप के साथ अच्छा काम किया। उनके साथ अच्छा रैपो है। फिर ऐसा क्या हुआ? पंकज बोले, हम लोग डायरेक्टर मेकर एक्टर हैं। लेकिन यहां तो इतने डरपोक, लिजलिजे और स्पाइनलेस लोग हैं जो अपनी बात तक नहीं रखते। अनुराग को अभी भी मैं बहुत प्यार करता हूं। मैं हक जताने वाला कौन हूं कि मुझे ही रोल मिलना चाहिए।

हिंदुस्तान का आईक्यू है कम

पंकज बोले, पंचायत के सेट पर नकली लोग नहीं थे। जमीन से जुड़े लोग थे। उन्होंने एक्टिंग स्कूल्स को दुकान बताया। बोले, कोई किसी को एक्टिंग नहीं सिखा सकता है। इंडस्ट्री में सब बिक गए हैं। जिसे एक्टिंग नहीं आती वो भी एक्टर है। हिंदुस्तान का आईक्यू कम है। लोग यही सिनेमा देख रहे हैं। जो डायलॉग नहीं बोल पाते वो स्टार बने हैं।

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