सारा अली खान बोलीं- सेक्युलर फैमिली में जन्मी हूं, सरनेम पर सवाल उठने से नहीं पड़ता है फर्क
- सारा अली खान को मंदिर जाने पर अक्सर ट्रोल किया जाता है। अब उन्होंने इस ट्रोलिंग का जवाब दिया है। सारा का कहना है कि वह सेक्युलर फैमिली और प्रजातांत्रिक गणतंत्र में जन्मी हैं।
सारा अली खान हिंदू मां अमृता सिंह की बेटी हैं। उनके पिता सैफ अली खान हैं। सारा को अक्सर मंदिरों में देखा जाता है। वह दरगाह पर भी सिर झुकाती हैं। उनकी धार्मिक आस्था पर कई बार ट्रोलिंग हो चुकी है। 'खान' सरनेम होने के बाद भी वह केदारनाथ जाती हैं। इन सब सवालों पर सारा का कहना है कि जब कोई धर्म से जुड़े सवाल उठाता है तो उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
अपनी चॉइस पर नहीं है कोई शर्म
सारा अली खान की मां अमृता सिंह का सैफ अली खान से तलाक हो चुका है। वह अपनी मां के साथ रहती हैं और पिता का सरनेम यूज करती हैं। सारा से पूछा गया कि उनके सरनेम या उनकी फैमिली ट्री पर सवाल उठते हैं। इस पर सारा बोलीं, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मेरी धार्मिक आस्था, मैं क्या खाती हूं, मैं एयरपोर्ट पर कैसे जाती हूं, ये मेरे फैसले हैं और मैं इसके लिए कभी शर्मिंदा नहीं हो सकती।
बेमतलब नहीं करतीं क्रांति
सारा ने कहा कि उन्हें इन सब बातों से फर्क नहीं पड़ता, फर्क तब पड़ता है जब दर्शकों को उनका काम पसंद नहीं आता। सारा बोलीं कि उन्हें किसी भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत कभी नहीं पड़ी क्योंकि बेमतलब में बोलने पर यकीन नहीं करतीं। मैं सेक्युलर परिवार और एक सोवेरियन, सेक्युलर और प्रजातांत्रिक गणतंत्र में पैदा हुई हूं। बेमतलब की क्रांति नहीं करनी पड़ी। लोगों ने बहुत सपोर्ट किया है। सारा बोलीं कि गलत के खिलाफ बोलने की भावना उनके अंदर है तो अगर यह उनके साथ ही नहीं बल्कि आसपास भी होता है तो वह उसके खिलाफ खड़ी होती हैं।