इम्तियाज अली को डर था कि फिल्म देखकर पीट न दें चमकीला की पहली पत्नी, बोले- सेंसिटिव सीन के वक्त…
- इम्तियाज अली का कहना है कि उन्होंने अमर सिंह चमकीला की जिंदगी पर फिल्म उनकी छवि चमकाने के लिए नहीं बनाई थी। इसमें कुछ सेंसिटिव सीन्स भी थे और उन्हें डर था कि पत्नी गुरमैल हमला न कर दें।
इम्तियाज अली की फिल्म अमर सिंह चमकीला दर्शकों काफी पसंद कर रहे हैं। फिल्म पंजाबी सिंगर चमकीला की असली जिंदगी पर बेस्ड है। उनकी हत्या कर दी गई है। मूवी की स्ट्रीमिंग नेटफ्लिक्स पर होने के बाद इम्तियाज अली, अमर सिंह चमकीला और अमरजोत से जुड़े कई लोगों के इंटरव्यूज सामने आ चुके हैं। एक रीसेंट बातचीत में इम्तियाज अली ने बताया कि उन्हें डर था कि स्क्रीनिंग में सेंसिटिव सीन देखकर चमकीला की पत्नी गुरमैल उन पर हमला न कर दें। हालांकि इसका उलटा हुआ।
परिवार के साथ देखी स्क्रीनिंग
अमर सिंह चमकीला की हत्या 8 मार्च 1988 में हुई थी। उनके साथ उनकी दूसरी पत्नी अमरजोत को मार दिया गया था। हत्या के बाद पहली पत्नी गुरमैल ने जिंदगी में काफी संघर्ष किया और दो बच्चियों को पाला। इम्तियाज अली ने जूम को बताया, चमकीला का परिवार स्क्रीनिंग में आया था। उनकी पहली पत्नी गुरमैल कौर थीं। अमरजोत और चमकीला का बेटा जैमन और चमकीला की बेटियां भी वहां थीं। जब हम फिल्म देख रहे थे तो पहली पत्नी मेरे बगल में ही बैठी थीं।
गुरमैल ने लगाया गले
इम्तियाज बोले, जब फिल्म में सेंसिटिव सीन आए तो मुझे लग रहा था कि इससे पहले कि वह मुझ पर हमला बोल दें मुझे निकल लेना चाहिए। लेकिन जैसे ही स्क्रीनिंग खत्म हुई, उन्होंने (गुरमैल) ने मुझे गले लगाया। चमकीला को जिस तरह से दिखाया गया, हर कोई इस बात से बहुत खुश था। हम उम्मीद कर रहे थे कि उन्हें पसंद आएगा।
नहीं की छवि अच्छी करने की कोशिश
इम्तियाज अली ने तारीफ की कि चमकीला के परिवार ने उनके नैरेटिव में कोई दखलंदाजी नहीं की थी। वह बोले, मैंने चमकीला की छवि अच्छी करने की कोशिश नहीं की थी क्योंकि फिल्म पॉइंट ही वही था। उन्होंने ऐसे कई काम किए थे जिन्हें जज किया जा सकता था लेकिन मैंने उनको वैसे ही रहने दिया। असका असल क्रेडिट परिवार को जाता है कि उन्होंने यह बात समझी। वे जानते थे कि यह फैक्चुअल है और मुझे किसी तरह से नहीं रोका।