Hindi Newsएंटरटेनमेंट न्यूज़farah khan told what difficulty she felt during ivf treatment says she thrown sanitary pads and became stress free

फराह खान ने बताया कि कंसीव करने का सबसे जरूरी फैक्टर, बोलीं- मैंने सैनिटरी पैड्स पहले ही….

  • फराह खान का कहना है कि जब उन्होंने आईवीएफ के बारे में खुलकर बात की उससे पहले लोग इसे छिपाते थे। फराह ने इस तकनीकी को उन लोगों के लिए वरदान बताया जो पेरेंट्स नहीं बन पाते।

Kajal Sharma लाइव हिन्दुस्तानWed, 27 March 2024 04:10 PM
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फराह खान ट्रिपलेट्स की मां हैं। साल 2008 में उन्होंने एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था। फराह की शादी 40 साल की उम्र में हुई थी और 43 साल की उम्र में मां बनी। यह प्रक्रिया उनके लिए आसान नहीं थी। एक इंटरव्यू के दौरान वह आईवीएफ से बच्चे पैदा करने पर बोली हैं। उन्होंने बताया कि वह समय उनके लिए कितना कठिन था। फराह ने बताया कि पति का सपोर्ट और स्ट्रेस फ्री रहना बेहद जरूरी फैक्टर है। 

बच्चों के लिए नहीं थीं तैयार

फराह खान जार, अन्या और डीवा 3 बच्चों की मां हैं। उन्होंने एक साथ ट्रिपलेट्स को जन्म दिया था जो कि अपने आपमें रेयर केस था। Nova IVF Fertility के यूट्यूब चैनल पर फराह ने बताया कि वह बच्चे नहीं चाहती थीं लेकिन उनके पति शिरीष को बच्चे चाहिए थे। वह बच्चे पैदा करने के अपने फैसले को सही भी मानती हैं। उन्होंने कहा कि अगर बच्चे नहीं होते तो या तो शिरीष ने उनको मार डाला होता या उन्होंने शिरीष को। फराह अपनी प्रेग्नेंसी की कठिनाइयों पर भी बोलीं।

जब असफल हो गई कोशिश

फराह ने बताया कि वह नॉर्मल तरीके से मां नहीं बन पा रही थीं तो आईवीएफ का सहारा लिया। उनको रोज इंजेक्शंस दिए जाते थे। इंजेक्शन लगते वक्त वह अपने बच्चों को इमैजिन करती थीं तब इसे सहना आसान हो जाता था। फराह एक ही प्रयास में प्रेग्नेंट नहीं हुईं बल्कि 3 से 4 बार कोशिश की गई। फराह ने बताया कि पहली कोशिश में वह इतनी श्योर थीं लेकिन डॉक्टर के क्लीनिक में ही पीरियड हो गया। वह खूब रोई भी थीं।

शिरीष ने किया सपोर्ट

कंसीव न कर पाने पर वह काफी डिप्रेस होने लगी थीं। फराह ने बताया कि वह रोने वालों में से नहीं हैं लेकिन जो इंजेक्शंस दिए जाते हैं वो आपके हॉर्मोन्स फ्लक्चुएट करते हैं। इस वजह से छोटी बातों पर भी रोना आता है। उन्होंने शिरीष की तारीफ की और कहा कि उन्होंने बहुत सपोर्ट किया। शिरीष बोलते थे कि परेशान मत हो बच्चे गोद ले लेंगे या बिना बच्चों के भी तो वे लोग खुश हैं। इससे फराह को तसल्ली मिलती थी।

सिर्फ बच्चों के बारे में सोचती थीं फराह

फराह ने बताया कि वह इमोशनली बहुत परेशान थीं और फिल्म की शूटिंग भी चल रही थी। कई कोशिशों के बाद वह प्रेग्नेंट नहीं हुईं तो डॉक्टर ने ब्रेक लेने को कहा। फराह ने फिल्म की शूटिंग लगभग खत्म कर ली। वह तनावमुक्त हो गईं और फोकस्ड होकर बच्चे के आने के बारे में सोचने लगीं।

इस ट्रिक से मिली मदद

फराह ने कहा कि कंसीव करने में आपके आसपास के सपोर्ट और आपकी मानसिक स्थिति का बहुत फर्क पड़ता है। जब आप स्ट्रेस फ्री होते हैं तो बॉडी भी सपोर्ट करती है। फराह ने ब्रेक लेकर कोशिश की और उसी तरह से व्यवहार करने लगीं जैसे प्रेग्नेंट होना पक्का ही है। उन्होंने अपने दिमाग में बैठा दिया कि इस बार वह प्रेग्नेंट होंगी। इसके चलते उन्होंने अपने पैड भी पहले ही फेंक दिए थे। वह शिरीष से ज्यादा से ज्यादा बच्चों की बातें करने लगीं और उसी बार प्रेग्नेंट हो गईं।

पढ़ रही थीं द सीक्रेट किताब

फराह ने बताया कि वह उस वक्त द सीक्रेट किताब पढ़ रही थी। फिल्म ओम शांति ओम भी इसी पर आधारित है। इसमें शाहरुख का फेमस डायलॉग है, किसी चीज को शिद्दत से चाहो... फराह उसी नियम को अपना रही थीं।

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