Hindi Newsएंटरटेनमेंट न्यूज़बॉलीवुडVicky Kaushal recalls his father sham was ready to do sweeper job in Mumbai in struggling days

‘डैड स्वीपर की नौकरी को भी थे तैयार’, विकी कौशल को फिर याद आया बुरा वक्त

  • विकी कौशल अपने पिता के संघर्ष के दिनों पर पहले भी बात कर चुके हैं। अब उन्होंने बताया है कि जब उनके डैड मुंबई आए तो काम ना होने पर स्वीपर की नौकरी भी करने को तैयार थे।

Kajal Sharma लाइव हिन्दुस्तानWed, 17 July 2024 01:45 PM
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विकी कौशल के पिता शाम कौशल एक्शन डायरेक्टर हैं। मुंबई आने से पहले पंजाब में उनकी जिंदगी संघर्षभरी थी। विकी ने एक इंटरव्यू के दौरान पुराने वक्त को याद किया। बताया कि पिता इंग्लिश में एमए होने के बाद भी उनके पास नौकरी नहीं थी। इस बात से परेशान उन्होंने जान देने की बात की थी। इसके बाद उनके दादाजी ने पिता को मुंबई भेज दिया था। मुंबई में भी उनके पिता स्वीपर तक की नौकरी करने को तैयार थे।

पिता बोले- नहीं कर पाऊंगा मदद

विकी कौशल की फिल्म बैड न्यूज रिलीज होने वाली है। इसके प्रमोशंस के लिए वह मीडिया से मुखातिब हैं। राज शमानी के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार में ऐसे पहले शख्स बनने वाले थे जो 9 से 5 जॉब करता। इस बात से उनके पेरेंट्स काफी खुश थे लेकिन उन्होंने बताया कि वह एक्टर बनना चाहते हैं। इस पर पिता ने कहा कि वह मदद नहीं कर पाएंगे क्योंकि टेक्नीशियन होने की वजह से इंडस्ट्री में ज्यादा जान-पहचान नहीं है।

दादाजी ने भेजा मुंबई

विकी बोले, मेरी रेग्युलर जॉब की बात से मां-बाप काफी खुश थे। पंजाब के गांव में दादाजी की किराने की दुकान थी। वहीं से मेरे पेरेंट्स हैं। वहां हमारी कोई जमीन नहीं थी। डैड 1978 में मुंबई आए थे। उनके पास इंग्लिश लिटरेचर में एमए की डिग्री थी फिर भी जॉबलेस थे। एक दिन दोस्तों के साथ शराब पीकर उन्होंने आत्महत्या करने का ऐलान कर दिया। मेरे दादाजी परेशान हो गए और उन्हें मुंबई भेज दिया।

जॉब सिक्योरिटी से खुश थे मां-बाप

विकी ने आगे बताया, मुंबई में मेरे पिता स्वीपर की नौकरी भी करने को तैयार थे क्योंकि गांव का कोई यहां जानने वाला नहीं था। मेरे डैड की जवानी में बहुत संघर्ष रहे। इस फील्ड में कोई सिक्योरिटी नहीं थी। जब आप एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे होते हैं, तब चिंता होती है कि पता नहीं कि आपको अगला काम मिलेगा या नहीं। विकी इंजीनियरिंग कर रहे थे लेकिन एक्टिंग की इच्छा नहीं छोड़ी। उन्होंने बताया कि मां-बाप खुश थे कि किसी की जॉब सिक्योरिटी तो होगी और इनकम स्टेबल होगी।

जॉब करते तो हो जाते डिप्रेस्ड

विकी ने बताया कि उनके पिता खुश थे, उन्हें लग रहा था कि उनका संघर्ष रंग लाया। लेकिन विकी को पता था कि वह ऐसी जॉब नहीं कर सकते। मेरे पास ऑफर लेटर था। मैं अच्छे नंबरों से पास होता था पर मुझे पता था कि अगर में इस राह पर गया तो डिप्रेस्ड हो जाऊंगा।

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