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बेटी के लिए दूध खरीदने तक के नहीं होते थे पैसे, शाहरुख खान के को-स्टार ने सुनाई अपनी आपबीती

  • आदि ईरानी ने बताया कि वह पैसे बचाने के लिए घर के नजदीती बस स्टॉप तक पैदल जाया करते थे और जब लोग उन्हें देखते तो पूछते कि आप यहां क्या कर रहे हैं? तब आदि झूठ बोल दिया करते थे।

Puneet Parashar लाइव हिन्दुस्तानSun, 16 March 2025 11:28 AM
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बेटी के लिए दूध खरीदने तक के नहीं होते थे पैसे, शाहरुख खान के को-स्टार ने सुनाई अपनी आपबीती

बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की साल 1993 में आई फिल्म 'बाजीगर' एक ब्लॉकबस्टर हिट थी। अब्बास मस्तान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शाहरुख खान के अलावा काजोल और शिल्पा शेट्टी ने अहम किरदार निभाए थे। सिर्फ 4 करोड़ रुपये की लागत में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 32 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था। जहां फिल्म में काम करने वाले ज्यादातर एक्टर्स के करियर का ग्राफ इसके बाद तेजी से ऊपर गया वहीं फिल्म में विकी मल्होत्रा का रोल करने वाले आदि ईरानी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

बेटी के लिए दूध खरीदने तक के नहीं होते थे पैसे

फिल्मीतंत्रा के साथ एक इंटरव्यू में आदि ने बताया, "मेरी पहली बेटी का जन्म 1995 में हुआ था, और उस वक्त दूध 5 रुपये का मिलता था, और कई बार मेरे पास उतने भी पैसे नहीं हुआ करते थे। हर रोज मुझे शहर जाकर लोगों से जॉब और रोल्स के लिए मिलना होता था, और मैंने अपने एक दोस्त का स्कूटर मांग लिया था। कई बार स्कूटर का टैंक भरवाने के लिए भी मेरे पास पैसे नहीं होते थे।" आदि ईरानी ने बताया कि कैसे वह पैसे बचाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाया करते थे ताकि किसी तरह खर्चा चला सकें।

बस स्टॉप तक पैदल जाया करते थे लोग पूछते सवाल

बाजीगर और अनाड़ी में काम कर चुके आदि ने बताया, "उन दिनों मैं अपने घर से लेकर बस स्टॉप तक पैदल जाता था, क्योंकि मेरी पैट्रोल खरीदने की भी हैसियत नहीं होती थी। लोग मुझसे पूछते थे कि आप बस स्टॉप पर क्या कर रहे हैं? और मैं उनसे झूठ बोल देता था कि मैं किसी दोस्त का इंतजार कर रहा हूं। वो मुझसे पूछते थे कि आपको बस में सफर करने की क्या जरूरत है? और फिर मैं घर से चुपके से निकलता था और चुपके से ही घर वापस चला जाता था।" एक्टर ने बताया कि कैसे उनके पास घर पर फोन नहीं था।

पीसीओ वालो को एक मैसेज के लिए देते थे 1 रुपये

आदि ने बताया कि घर के नजदीक एक पीसीओ था जिसकी मदद से वह कलाकारों और मेकर्स के साथ टच में रहते थे। उन्होंने बताया, "मैं PCO बूथ वाले को मुझ तक मेरे काम का एक मैसेज पहुंचाने के लिए एक रुपया देता था, और कॉलबैक करने के लिए एक रुपये एक्स्ट्रा।" आदि ने बताया कि उन्होंने तमाम ऐसे रोल्स के लिए भी हां कह दिया था जिसके लिए उन्हें कोई क्रेडिट नहीं दिया गया। ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें तब पैसों की बहुत जरूरत थी।

अरुणा ईरानी ने कई बार ऑफर की मदद, लेकिन...

क्या उनकी बहन अरुणा ईरानी आदि के हालातों के बारे में जानती थीं? यह पूछने पर आदि ने कहा- मेरी बहन को मेरी हालत पता थी और कई बार मुझे मदद ऑफर की थी। लेकिन मैं मना कर देता था। आदि ने कहा, "मैं उसका भाई हूं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह जिंदगी भर मेरा ख्याल रखती रहेगी। वह मेरा खुद का स्ट्रगल था और उससे भी बड़ी बात यह कि उसका अपना परिवार था जिसका उसे ख्याल रखना होता था।"

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