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संजय लीला भंसाली बोले- एनर्जीज ने मुश्किल किया है जीना, कमरे में घुसता हूं तो कंप्यूटर क्रैश हो जाता है

  • संजय लीला भंसाली भव्य सेट्स बनाते हैं लेकिन वह बहुत छोटे से घर में सिंपल लाइफ जीते हैं। उनका कहना है कि जिंदगी में इतनी कठिनाइयां हैं कि वह खुद से टीवी तक ऑन नहीं कर पाते।

Kajal Sharma लाइव हिन्दुस्तानMon, 20 May 2024 12:10 PM
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संजय लीला भंसाली को एक परफेक्शनिस्ट फिल्ममेकर रूप में जाना जाता है, हालांकि असल जिंदगी में वह काफी सिंपल हैं। एक रीसेंट इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि वह अपनी लाइफ में कुछ ठीक से नहीं कर पाते। संजय ने बताया कि वह टीवी ऑन करने तक में गड़बड़ी कर देते हैं। उन्होंने बताया कि उनके आस-पास कुछ ऐसी एनर्जीज हैं जिनकी वजह से वह जो भी करते हैं उसमें मुश्किल आ जाती है।

टीवी तक खोलना मुश्किल

संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज हीरामंडी नेटफ्लिक्स पर देखी जा रही है। सीरीज के कलाकार भी सीरीज के शूट और संजय के साथ काम करने के अनुभव साझा कर रहे हैं। Galatta Plus से बातचीत के दौरान संजय ने बताया कि उन्हें साधारण काम करने में भी दिक्कत आती है। वह बोले, 'मेरी जिंदगी हर दिन कठिनाइयों से भरी है। यहां तक कि मेरे लिए टीवी खोलना भी मुश्किल है। यह इतना कठिन है कि कोई आकर मेरे लिए टीवी खोलता है, लेकिन मुझसे ये ऑन नहीं होता। मैं लाइट जलाता हूं तो बल्ब चला जाता है। मैं किसी कमरे में घुसता हूं तो कंप्यूटर क्रैश हो जाता है। मेरी पास कुछ एनर्जीज हैं जिन्होंने मेरी जिंदगी को मुश्किल बना रखा है।'

कभी नहीं मिलेगा परफेक्शन

हीरामंडी में काम करने वाले कई एक्टर्स बता चुके हैं कि कुछ सीन करने में उन्हें कई रीटेक देने पड़े। संजय को लोग परफेक्शनिस्ट मानते हैं। इस पर वह बोले, 'परफेक्शन आपको कभी नहीं मिल सकता। आप परफेक्ट रिलेशनशिप चाहते हैं, आपको कभी नहीं मिलेगा। आप जो पाने का सोचते हैं वो सब भ्रम है।

जब छोटे घर में पहुंची थीं रेखा

संजय लीला भंसाली के सेट्स काफी शानदार होते हैं लेकिन असल जिंदगी में वह लग्जरी जिंदगी नहीं जीते। वह भी सलमान खान की तरह छोटे से घर में रहना चाहते हैं। उन्होंने एक पुरानी घटना बताई, उस वक्त देवदास देखकर रेखा उनसे मिलना चाहती थीं। संजय ने बताया, मैं मैट्रेस पर सोता था। एक दिन रेखाजी देवदास देखकर बोलीं कि वह फिल्ममेकर से मिलना चाहती हैं। मैंने कहा, आपको निराशा होगी, वह फिर भी आ गईं। उन्होंने दरवाजा खोला तो यह छोटी सी जगह दिखी, मैंने उनसे कहा, मैं यहां सोता हूं और यहीं फिल्में बनाता हूं। मुझे कभी नहीं लगा कि मुझे बेडरूम या लग्जरी चाहिए।

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