जब पार्टी में मनीषा कोइराला पी रहीं थी वोदका, आसपास के लोग बोले- किसी को...
मनीषा कोइराला ने एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में पहले के वक्स बहुत सेक्सिज्म हुआ करता था। उन्होंने बताया कि उस वक्त हिरोइनों को लेकर क्या सोच हुआ करती थी।
संजय लीला भंसाली की हीरामंडी में नजर आईं मनीषा कोइराला ने हाल ही में एक इंटरव्यू में एक्टिंग के अपने पुराने दिनों को याद किया। उन्होंने बताया कि उस वक्त हिरोइनों को लेकर इंडस्ट्री में कैसी सोच थी और हिरोइनों से कैसा बर्ताव किया जाता है। मनीषा कोइराला ने कहा कि उस वक्त बहुत सेक्सिज्म हुआ करता था। वहीं, हिरोइनों के लिए वैल्यू सिस्टम बहुत ही अलग हुआ करता था। उन्होंने बताया कि उनकी पहली फिल्म की दौरान हुई एक पार्टी में उनसे कहा गया कि वो किसी को ना बताएं कि वो वोदका पी रही हैं।
शराब पीने के लिए दी गई झूठ बोलने की सलाह
फिल्मफेयर के एक इंटरव्यू में मनीषा कोइराला ने बताया कि उनकी पहली फिल्म सौदागर के वक्त एक पार्टी में उनके आसपास के लोगों ने कहा कि वो किसी को बताएं नहीं कि वो वोदका पी रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं कोक के साथ वोदका मिक्स करके पी रही थी। तभी उनके आसपास के लोगों ने सलाह दी कि वो किसी को ना बताएं कि वो कोक के साथ वोदका मिलाकर पी रही हैं क्योंकि उस वक्त लोगों का मानना था कि हिरोइनों को वोदका नहीं पीनी चाहिए।
मां ने मनीषा से कही थी ये बात
उन्होंने बताया, "मुझसे कहा गया कि मैं सबको ये बोलूं की मैं कोक पी रही हूं। मेरे लिए ये नया था। मैनें अपनी मां को इसके बारे में बताया।" मनीषा ने बताया, "मेरी मां ने मुझसे कहा कि अगर आप वोदका पी रही हैं, तो कहिए कि आप वोदका पी रही हैं, ये मत बोलिए कि कोक पी रही हैं। इन छोटी-छोटी चीजों के लिए झूठ मत बोलिए।"
अपनी शर्तों पर जीवन जीती हैं मनीषा
मनीषा ने आगे कहा कि उन्हें सीक्रेट्स रखने का आइडिया समझ नहीं आता था। इसलिए अगर वो किसी को डेट कर रही होती थीं, तो वो उस बात को सबके सामने अपनाती थीं। उन्होंने कहा कि अगर मैं किसी को डेट कर रही हूं, तो कर रही हूं। आपको मुझे उस चीज को लेकर जज करना है तो आगे बढ़िए और करिए क्योंकि ये मैं हूं। मैं अपनी शर्तों पर अपना जीवन जीती हूं।
सेक्सिज्म को लेकर क्या बोलीं मनीषा?
मनीषा ने इसका बाद कहा कि उस वक्त इंडस्ट्री में बहुत सेक्सिज्म था। उस वक्त हीरो को एक साथ बहुत सी गर्लफ्रेंड होने के लिए माचो समझा जाता था। वहीं, हिरोइनों को अच्छी नहीं समझा जाता था अगर वो किसी को डेट कर रही हैं तो। उन्होंने बताया कि उस वजह से उन्हें बहुत आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, हीरो के पास बहुत सी गर्लफ्रेंड हो सकती थीं, लेकिन हिरोइनों को ऐसे रहना पड़ता था कि 'नहीं नहीं, हमें किसी ने नहीं छुआ।'
उन्होंने बताया कि उस वक्त ऐसी धारणा थी कि जिन हिरोइनों की पर्सनल लाइफ होती है वो अनप्रोफेशनल होती हैं। उन्होंने कहा कि बस क्योंकि मेरी पर्सनल लाइफ है या मेरा बॉयफ्रेंड है इसका मतलब ये नहीं कि मैं अनप्रोफेशनल हूं। मुझे मेरे काम से प्यार है। उन्होंने कहा कि उस वक्त हिरोइनों के लिए बहुत ही विकृत वैल्यू सिस्टम हुआ करता था, जो मेरे लिए अच्छा नहीं था।
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