असली कब्रिस्तान में शूट हुई थी ये हॉरर फिल्म, शूटिंग के समय मिली थी लाश, सिर्फ रात में थिएटर्स में चलती थी मूवी
- ये वो हॉरर फिल्म है जिसकी शूटिंग असली कब्रिस्तान में हुई थी और जिसके सेट पर असली में लाश मिल गई थी।
90 के दशक की बात है। रामसे ब्रदर्स ने देखा कि फिल्म ‘एक नन्ही मुन्नी लड़की थी’ के हॉरर सीन को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। सिर्फ उस एक सीन को देखने के लिए थिएटर्स आ रहे हैं। इसलिए उन्होंने हॉरर फिल्म बनाने का फैसला लिया। बजट कम था, इसलिए फिल्म की शूटिंग असली कब्रिस्तान में करने का सोचा।
ली थी चर्च के पुजारी और स्थानीय लोगों की मदद
वह पूरी कास्ट को लेकर महाबलेश्वर चले गए। तब वीएफएक्स नहीं हुआ करते थे, इसलिए डर का माहौल बनाने के लिए शूटिंग रात में की। जब कब्रिस्तान में गड्ढा खोदने वाला सीन आया तब रामसे ब्रदर्स ने चर्च के पुजारी से अनुमति ली। इतना ही नहीं, उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से कब्रिस्तान में एक जगह भी चुनी जहां कोई शव दफनाया न गया हो।
कब्र पर जलाई थीं मोमबत्तियां
सब चीजें सेट करने के बाद रात में शूटिंग शुरू हुई। सीन के मुताबिक, एक्टर कब्रिस्तान में खुदाई करने लगा और फिर वहां से एक आधा शव निकल आया। गांव वाले हिल गए, उनके खिलाफ हो गए और शूटिंग रोकने की धमकी देने लगे। रामसे ब्रदर्स ने जैसे-तैसे भीड़ को नियंत्रित किया और फिर कब्र पर मोमबत्तियां जलाईं और पुजारी के साथ मिलकर प्रार्थना की।
ये है फिल्म का नाम
इस फिल्म का नाम ‘दो गज जमीन के नीचे’ है। इसकाे 3.5 लाख के बजट में बनाया गया था और इसने 40 लाख कमाए थे। बता दें, इस फिल्म को ए रेटिंग के साथ रिलीज किया गया था। इसके शोज केवल रात को रखे जाते थे, वो भी केवल दिल्ली और मुंबई में।
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