Gulshan Kumar की हत्या से रुक गई थी सत्या की शूटिंग, अंडरवर्ल्ड से डर गए थे प्रोड्यूसर; मनोज बाजपेयी ने खोले राज
मनोज बाजपेयी की फिल्म सत्या बॉलीवुड की सबसे अच्छी फिल्मों में से एक मानी जाती है। एक्टर मनोज बाजपेयी ने अब एक किस्सा सुनाया है। उन्होंने बताया है कैसे अंडरवर्ल्ड के डर से फिल्म की शूटिंग रुक गई थी।
साल 1998 में रिलीज हुई फिल्म 'सत्या' मनोज बाजपेयी की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है। मनोज बाजपेयी की इस फिल्म की हर कोई तारीफ करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म की शूटिंग के दौरान मुंबई में कुछ ऐसी घटना घटी थी कि फिल्म के शूट को रोकना पड़ा था।
जब बंद हो गई थी सत्या की शूटिंग
बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिन्हा के साथ खास बातचीत में फिल्म के शूट से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि उन्हें सत्या के लिए डेढ़ लाख रुपये ऑफर हुए थे, यह उनके लिए बहुत बड़ा मौका था। उन्होंने कहा कि जैसे ही उनकी लाइफ बदलने वाली थी, सिंगर गुलशन कुमार की अंडरवर्ल्ड द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
गुलशन कुमार की हत्या से बन गया था डर का माहौल
मनोज बाजपेयी ने बताया कि गुलशन कुमार की हत्या से फिल्म के प्रोड्यूसर बुरी तरह डर गए थे और प्रोजेक्ट से पीछे हट गए थे और प्रोजेक्ट बीच में ही लटक गया था। मनोज बाजपेयी ने कहा कि डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा हार मानने को तैयार नहीं थे, उन्होंने एक हफ्ते के अंदर ही दूसरा प्रोड्यूसर ढूंढ लिया था।
सत्या के बारे में मनोज बाजपेयी ने किसी को नहीं बताया था
इंटरव्यू में मुंबई में अपने स्ट्रगल को याद करते हुए मनोज बाजपेयी ने इस घटना का जिक्र किया। मनोज बाजपेयी ने कहा, “जब मुझे सत्या मिली थी तो इसके बारे में मैनें किसी को नहीं बताया था, अपने रूममेट को भी नहीं। मुझे हमेशा डर लगा रहता था कि फिल्म कैंसिल हो जाएगी, जैसा कि बाद में थोड़े दिनों के लिए हुआ।" उन्होंने बताया कि सत्या की शूटिंग शुरू होने के पांच दिन बाद ही गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा गुलशन कुमार की हत्या इंडस्ट्री के लिए बड़ी घटना थी, और हम मुंबई माफिया पर ही फिल्म बना रहे थे। प्रोड्यूसर डर गया था और उसने फिल्म बंद कर दी थी।
राम गोपाल वर्मा ने ढूंढा नया प्रोड्यूसर
मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, “एक हफ्ते बाद राम गोपाल वर्मा ने भरत शाह को ढूंढ निकाला, और फिर शूटिंग दोबारा शुरू हुई। हमने सत्या को अपना सबकुछ दे दिया था। हम सभी के लिए वो एक हफ्ता बेहद मुश्किल था। हममें से किसी को भी अंदाजा नहीं था कि क्या किया जाना चाहिए। सत्या हमारी आखिरी उम्मीद थी। वो अनिश्चितता बहुत डिप्रेसिंग और परेशान करने वाली थी।"
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।