अनुपम खेर ने बताया- मेहंदीपुर बालाजी में भूलकर न करें कौन सी गलती, दिखाया वीडियो
- Anupam Kher: अनुपम खेर ने अपनी 21 हनुमान मंदिरों की सीरीज में मेहंदीपुर वाले हनुमानजी का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने मंदिर से जुड़ी काफी सारी जानकारी दी है।
अनुपम खेर अपने फॉलोअर्स को 21 हनुमान मंदिरों की सीरीज दिखा रहे हैं। इसमें वह देशभर के मंदिरों की खासियत बताते हैं। रीसेंटली उन्होंने मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कैप्शन लिखा है कि इस मंदिर की कहानी आपको हैरान कर देगी। साथ ही वहां की कुछ फुटेज भी दिखाई हैं। बता दें कि यह मंदिर देशभर में बुरी शक्तियों से छुटकारा दिलाने के लिए जाना जाता है। अनुपम ने वीडियो में बताया है कि वहां जाकर क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए।
मंदिर में हर तर्क फेल
वीडियो में मंदिर की क्लिप दिखती हैं। अनुपम बताते हैं कि यहां कठिन नियमों का पालन किया जाता है। वह बोलते हैं, मंदिर का दृश्य इतना भयानक होता है कि शब्दों में बयां कर पाना कठिन है। हर चीज में तर्क खोजने की मानव प्रकृति होती है। पर मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की शक्तियों को देखकर हर तर्क नत मस्तक हो जाता है।
ये है कहानी
लगभग 1000 साल पहले तत्कालीन महंत गणेशपुरी जी महाराज उर्फ समाधि वाले बाबा को सपनों में हनुमानजी ने तीन रूपों में दर्शन और लोगों की सेवा करने का आदेश दिया। इसके बाद मंदिर में हनुमानजी का बालरूप, प्रेतराज सरकार और भैरवबाबा के रूप वाली तीन प्रतिमाओं की स्थापना की गई और महंतजी बुरी शक्तियों से घिरे लोगों का इलाज करने लगे।
बुरी शक्ति को दंडित करते हैं प्रेतराज
अनुपम आगे बोलते हैं, आज ऐसे लाखों लोग जिन पर नकारात्मक शक्तियों का प्रकोप होता है, वे मेहंदीपुर में अपने दुखों से छुटकारा पाने आते हैं। ये वो लोग होते हैं जो आधुनिक चिकित्सा में मौजूद हर विकल्प आजमा चुके होते हैं और उनसे उन्हें कोई आराम नहीं मिला होता। विज्ञान और वैज्ञानिक अब तक बालाजी के चमत्कार का रहस्य समझने में असफल रहे हैं। जब बुरी शक्तियों से पीड़ित कोई व्यक्ति बालाजी का लड्डू खाता है, और मंदिर में उनकी मूर्ति के सामने घंटियों का स्वर सुनता है तो उसके भीतर नकारात्मक शक्ति यह स्वर सहन नहीं कर पाती। प्रेतराज सरकार अपने दरबार में अपने सामने खड़ी उन बुरी शक्तियों को दंडित करते हैं और मनुष्य पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं।
मंदिर में न करें ये गलतियां
अनुपम खेर ने बताया कि श्रद्धालु नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा पा जाते हैं लेकिन यह ऊर्जा मंदिर में ही रह जाती है। इसलिए यह जरूरी है कि सामान्य श्रद्धालु उस नकारात्मक ऊर्जा को साथ ना ले जाए। इसके लिए कुछ नियमों का पालन किया जाता है। जैसे मंदिर में कुछ भी खाए-पीएं नहीं। यहां तक कि पानी भी नहीं। मंदिर से निकलते समय पीछे मुड़कर ना देखें।
न उड़ाएं मजाक
ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक शक्तियां आपका पीछा कर आपके घर तक जा सकती हैं। मंदिर में किसी पुजारी या भिखारी को दान में पैसे न दें। बुरी शक्तियों से लोग जो चीखते-चिल्लाते हैं उनका मजाक न उड़ाएं न उनकी फोटो खींचें। आप प्रसाद लेते हैं तो वहीं खा लें घर लेकर न जाएं क्योंकि हनुमानजी के सामने कोई नकारात्मक शक्ति नहीं टिक पाती है।