Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़Virat Kohli on mental health says I have experienced loneliness even in a room full of people who support and love me

मेंटल हेल्थ पर खुलकर बोले विराट कोहली, कहा- मुझसे प्यार करने वाले लोगों से भरे कमरे में भी अकेला महसूस किया

एशिया कप 2022 में वापसी से पहले पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के महत्व पर प्रकाश डाला। विराट ने मेंटल हेल्थ का सामना करने के लिए एथलीटों को कुछ टिप्स भी दिया है।

Himanshu Singh लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 17 Aug 2022 09:00 PM
share Share

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली एक बार फिर इंटरनेशनल क्रिकेट में धमाल मचाने के लिए तैयार हैं। आगामी एशिया कप 2022 में विराट एक्शन में दिखेंगे। लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ व्हाइट बॉल सीरीज में आराम लेने से पहले विराट कोहली काफी खराब दौर से गुजरे थे। पूर्व कप्तान का इंग्लैंड दौरा काफी निराशाजनक रहा था। इस दौरान वह रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। 

इंग्लैंड के खिलाफ खेल के तीनों फॉर्मेट में विराट कोहली एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके। भले ही कोहली ने इस दौरान ज्यादा रन नहीं बनाए हों, लेकिन आगामी एशिया कप में उनके बल्ले से रन निकलने की उम्मीद है। विराट कोहली टीम के कप्तान रोहित के साथ पारी की शुरुआत करते हुए नजर आ सकते हैं। विराट कोहली पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के जरिए वापसी करेंगे।

एक इंटरव्यू में इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कोहली ने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के महत्व पर प्रकाश डाला और पूर्व भारतीय कप्तान ने युवा एथलीटों के लिए टिप्स भी दिया है। 

Asia Cup 2022: विराट कोहली का ज्यादा T20 मैच नहीं खेलना चिंता की बात, बचपन के कोच राजकुमार शर्मा

कोहली ने कहा, ''एक एथलीट के लिए, खेल एक खिलाड़ी के रूप में आप में से सर्वश्रेष्ठ ला सकता है लेकिन उसी के साथ आप जिस दबाव में लगातार रहते हैं, वह आपके मानसिक स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह निश्चित रूप से एक गंभीर मुद्दा है और जितना अधिक है हम हर समय मजबूत होने की कोशिश करते हैं, यह आपको तोड़  सकता है। एथलीटों के लिए मेरा सुझाव यह होगा कि हां, शारीरिक फिटनेस और रिकवरी पर ध्यान एक अच्छा एथलीट होने की निशानी है, लेकिन साथ ही यह महत्वपूर्ण है आप लगातार अपने आप से संपर्क में रहें।''

कोहली ने आगे कहा, "मैंने व्यक्तिगत रूप से ऐसे समय का अनुभव किया है जब मुझे सपोर्ट और प्यार करने वाले लोगों से भरे कमरे में भी मैं खुद को अकेला महसूस करता था और मुझे यकीन है कि यह एक ऐसी फीलिंग है, जिससे बहुत से लोग कनेक्ट कर सकते हैं। इसलिए, अपने लिए समय निकालें और अपने आप से फिर से जुड़ें। यदि आप उस संबंध को खो देते हैं, तो अन्य चीजों को आपके चारों ओर उखड़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। आपको अपने समय को अलग-अलग करना सीखना होगा, ताकि संतुलन बना रहे। इसको करने में जीवन में किसी भी अन्य चीज की तरह अभ्यास लगेगा, लेकिन इसमें निवेश करने लायक है, यही एकमात्र तरीका है, जिससे आप अपना काम करते हुए मानसिक स्वास्थ्य और आनंद की भावना महसूस कर सकते हैं।''
 

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें