IND vs NZ: वर्ल्ड कप से पहले विराट के बाद रोहित का भी शतकीय सूखा खत्म, जानिए टीम इंडिया के लिए न्यूजीलैंड सीरीज के क्या हैं मायने?
India clean sweep New Zealand in ODI Series: टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड का वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप कर दिया है। भारत में इस साल वनडे विश्व कप का आयजोन होना है, जिसका आगाज आगाज अक्टूबर में होगा।
रोहित शर्मा की अुगवाई वाली भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप ईयर की शुरुआत दमदार अंदाज में की है। भारत ने पहले महीने में दो वनडे सीरीज अपने नाम कर ली हैं। रोहित ब्रेगिड ने श्रीलंका के बाद न्यूजीलैंड का तीन मैचों की सीरीज में सूपड़ा साफ किया। भारत ने आईसीसी वनडे टीम रैकिंग में पहला स्थान हासिल कर लिया है। भारत ने कीवी टीम के खिलाफ पहले मैच में 12 रन से रोमांचक जीत दर्ज की थी। वहीं, भारत ने दूसरे मैच में 8 विकेट जबकि तीसरे वनडे में 90 रन से न्यूजीलैंड को धूल चटाई। दिसंबर में दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने वनडे में अपना शतकीय सूखा खत्म किया था और अब कप्तान रोहित (85 गेंदों में 101 रन) ने मंगलवार को तीसरे मैच में सेंचुरी ठोकी। 'हिटमैन' के नाम से मशहूर रोहित ने तीन साल बाद वनडे में सैकड़ा जमाया है।
न्यूजीलैंड सीरीज के क्या हैं मायने?
न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में विजय मिलना भारतीय टीम के लिए बेहद अहम है, जिसका उसे दीर्घकालिक लाभ मिलेगा। मेगा इवेंट के नॉकआउट मैचों में भारत को इससे फायदा पहुंच सकता है। इस सीरीज से भारतीय खिलाड़ियों में सकारात्मकता ऊर्जा का संचार होगा और उन्हें तगड़ी टीमों के खिलाफ मुश्किल हालात से निपटने के लिए मानसिक मजबूती मिलेगी। भारत के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर ने तो यहां तक कह दिया कि दूसरे वनडे में टीम इंडिया ने जो कातिलाना प्रदर्शन किया, उसका खौफ कीवी खिलाड़ियों के मन से आसानी से नहीं जाएगा। बता दें कि भारत ने दूसरे मैच में न्यूजीलैंड को महज 108 रन पर ढेर कर दिया था।
क्या WC में होगी रनों की बारिश?
भारतीय बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड सीरीज में बेखौफ होकर कीवी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ी। भारत ने पहले मैच में 349 तो तीसरे मैच में 385 रन बनाए। अगर भारतीय टीम इसी लय में रही तो विश्व कप में रनों की बारिश देखने को मिल सकती है। भारतीय ओपनर अच्छी फॉर्म में नजर आ रहे हैं। शुभमन गिल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों में 360 रन बनाए। उन्होंने दोहरे शतक के अलावा तूफनी सेंचुरी जड़ी। वह तीन मैचों की सीरीज में 300 का आंकड़ा पार करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
वहीं, रोहित भी बतौर ओपनर अपने पुराने अवतार में लौट आए हैं। उन्होंने पहले मैच में 34 और दूसरे में 51 रन बनाए। लेकिन 'हिटमैन' ने तीसरे मैच में शतक लगाकर फॉर्म में लौटने का शंखनाद कर दिया। फिलहाल, भारतीय टीम मैनेजमेंट की रणीनित को देखकर यही लग रहा है कि रोहित और गिल की जोड़ी ही विश्व कप में सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरेगी।
हालांकि, कोहली श्रीलंका सीरीज की तरह न्यूजीलैंड के विरुद्ध अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। उन्होंने तीन मैचों में कुल 55 रन जुटाए। वैसे, कोहली आखरी वनडे में पटरी पर वापस आ गए। उन्होंने 27 गेंदों में 36 रन की पारी खेली। कोहली का लय में रहना भारत के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि मध्यक्रम में भरोसेमंद बल्लेबाजों का अभाव है। श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण सूर्यकुमार यादव (कुल 45) को सीरीज में मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में मौका मिला लेकिन वह कमाल नहीं दिखा सके। उनके अलावा ईशान किशन (कुल 30) ने भी निराश किया।
बॉलिंग कॉम्बिनेशन चिंता का कारण
भारतीय टीम भले ही लगातार सीरीज जीतने में कामयाब रही हो लेकिन बॉलिंग कॉम्बिनेशन चिंता का कारण बना हुआ है। खासकर तेज गेंदबाजी विभाग में सुधार की जरूरत है। लगातार डेथ ओवर्स में रन लुटाने से मुश्किल खड़ी हो सकती है। न्यूजीलैंड ने पहले मैच में तेज गेंदबाजों की जमकर कुटाई की थी और 337 रन बना डाले थे। भारत यह मैच हारते-हारते बचा था।
हालांकि, मोहम्मद शमी के अपने रंग में लौटने से टीम मैनेजमेंट को थोड़ी राहत मिलेगी। वह (18 रन देकर 3 विकेट) दूसरे मैच में प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे। वहीं, मोहम्मद सिराज ने पहले मैच में चार शिकार किए और दूसरे वनडे में किफायती रहे। भारत ने आखिरी मैच में उमरान मलिक को अवसर दिया लेकिन वह महंगे साबित हुए। उन्होंने 7 ओवर में 52 रन देकर एक शिकार किया। गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे का कहना है टीम इंडिया को चोटिल जसप्रीत बुमराह की काफी कमी खल रही है।
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