अगर एमएस धोनी कप्तान नहीं होते, तो उनके खाते में... गौतम गंभीर ये क्या-क्या बोल गए
महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को कई ट्रॉफी जिताई हैं, जिसमें तीन आईसीसी ट्रॉफी भी दर्ज हैं। गौतम गंभीर ने बताया है कि किस तरह से धोनी ने टीम को पहले रखा और अपने रनों का बलिदान दिया।
भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में कई सीरीज और ट्रॉफी जीती हैं, इसमें तीन आईसीसी ट्रॉफी भी दर्ज हैं। 2004 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले धोनी 2007 में भारतीय टीम की कप्तान बन गए थे और इसके बाद उन्होंने जिस तरह से भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाया, वह सराहनीय था। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर खुलकर अपने विचार रखने के लिए मशहूर हैं और वह कुछ ऐसे बयान दे चुके हैं, जिससे लगता है कि वह धोनी और विराट कोहली से कुछ ज्यादा खुश नहीं रहते हैं। ऐसे में गंभीर से धोनी की तारीफ सुनकर फैन्स थोड़ा हैरान जरूर हो जाते हैं। एशिया कप 2023 में टीम इंडिया की 10 विकेट से धाकड़ जीत के बाद गंभीर ने धोनी के बारे में जो बातें कहीं, वह आपका दिल जीत लेंगी।
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, 'अगर एमएस धोनी कप्तान नहीं होते तो वह अपने पूरे करियर में नंबर-3 पर ही बल्लेबाजी करते और करियर में बहुत सारे रन बनाते, उन्होंने टीम के लिए और टीम को ट्रॉफी जिताने के लिए अपने रनों का बलिदान दिया।' इंटरनेशनल क्रिकेट में महज 15 ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वनडे इंटरनेशनल में 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं। इनमें से ज्यादाकर खिलाड़ियों ने टॉप ऑर्डर में ही बैटिंग की है।
मिडिल ऑर्डर और लोअर मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने के बाद सबसे ज्यादा वनडे इंटरनेशनल रन एमएस धोनी के नाम ही दर्ज हैं। धोनी ने भले ही करियर की शुरुआत में तीसरे नंबर पर बैटिंग की हो, लेकिन इसके बाद वह पांचवें, छठे या सातवें नंबर पर बैटिंग करते रहे हैं। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब जीता है।
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