PAK vs ENG: बेन स्टोक्स 6 साल से दिल में लिए घूम रहे थे ये टीस, कमाल का है उनके जीरो से हीरो बनने का सफर
2016 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला गया था। आखिरी ओवर में ब्रेथवेट ने स्टोक्स की पहली चार गेंदों पर 4 छक्के लगाकर अपनी टीम को खिताब जीताया था।
बेन स्टोक्स एक बार फिर इंग्लैंड के लिए आसीसी वर्ल्ड कप में हीरो बनकर सामने आए। फॉर्मेट चाहे जो भी हो जब-जब इंग्लैंड की टीम पर मुश्किलें आती है ये खिलाड़ी अकेले दम पर टीम को मैच जीताता है। पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल मैच में भी ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला। खिताबी मुकाबले में बाबर आजम की टीम के खिलाफ 52 रनों की नाबाद पारी खेलकर स्टोक्स एक बार फिर इंग्लैंड की जीत के नायक बने। इस जीत के साथ स्टोक्स के दिलों दिमाग में 6 साल से चुभ रही वो टीस भी खत्म हुई होगी जो 2016 वर्ल्ड कप के फाइनल में कार्लोस ब्रेथवेट ने दी थी।
2016 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला गया था। आखिरी ओवर में विंडीज को 24 रनों की दरकार था। तब ब्रेथवेट ने स्टोक्स की पहली चार गेंदों पर 4 छक्के लगाकर टीम को खिताब जीताया था। उस समय ऐसा कहा जा रहा था कि स्टोक्स का करियर यहीं समाप्त हो सकता है। मगर इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और इंग्लैंड क्रिकेट के इतिहास के सबसे बड़े मैच विनर में से एक बनकर सामने आया। स्टोक्स ने अपने दम पर इंग्लैंड के 2019 वर्ल्ड कप भी खिताब जिताया था, इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज में उनकी पारी भी कोई नहीं भूल सकता।
2016 वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान जब कार्लोस ब्रेथवेट ने चार छक्के लगाए थे तो कमेंट्री में कहा था रहा था कि इस खिलाड़ी का नाम याद रखो। मगर उस समय स्टोक्स के दिमाग में शायद कुछ और ही चल रहा था। अगले 6 सालों में ब्रेथवेट इतना नाम नहीं कमा पाए जितना स्टोक्स ने कमाया। ये बेन स्टोक्स का जीरो से हीरो बनने तक का सफर था। उस घटना के 6 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप का खिताब उठाकर जरूर स्टोक्स ने राहत की सांस ली होगी।
बात मुकाबले की करें तो पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 138 रनों का लक्ष्य रखा था। इस स्कोर का पीछा करते हुए इंग्लैंड को शुरुआत तो अच्छी मिली, मगर बीच में पाकिस्तानी गेंदबाजों ने जोरदार वापसी की। स्टोक्स शुरुआत में थोड़ा जूझ रहे थे, मगर उन्हें अपनी क्षमता पर भरोसा था जिस वजह से उन्होंने दबाव में आकर भी अपना विकेट थ्रो नहीं किया। इंग्लैंड की जीत में शाहीन अफरीदी की चोट ने भी अहम भूमिका निभाई। ब्रुक्स का कैच पकड़ने के दौरान अफरीदी चोटिल हो गए थे। 16वें ओवर में जब वह गेंदबाजी करने आए तो मात्र 1 गेंद डालने के बाद वह असहज महसूस करने लगे और उन्होंने मैदान छोड़ दिया। यहां से इंग्लैंड ने प्रहार करना शुरू किया और मात्र 18 गेंदों में मैच खत्म कर दिया।
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