कानपुर टेस्ट से पहले फीजियो की निगरानी में शाकिब अल हसन, सिलेक्टर ने बताया क्या है समस्या
- भारत के खिलाफ कानपुर में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट से पहले फीजियो की निगरानी में शाकिब अल हसन हैं, क्योंकि चेन्नई में उनको उंगली में कुछ परेशानी हुई थी। सिलेक्टर ने बताया है उनको कोई बड़ी समस्या नहीं है।
बांग्लादेश की टीम के दिग्गज ऑलराउंडर शाकिब अल हसन से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। कानपुर में आयोजित होने वाले इंडिया वर्सेस बांग्लादेश दूसरे टेस्ट मैच से पहले शाकिब अल हसन डॉक्टर्स की निगरानी में हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान उनकी उंगली में चोट लगी थी। उंगली की चोट के ही कारण शाकिब अल हसन चेन्नई टेस्ट मैच की दूसरी पारी में ज्यादा गेंदबाजी करते नजर नहीं आए थे। चेन्नई में बांग्लादेश को 280 रनों से करारी हार मिली। अब कानपुर में शायद उनको ज्यादा गेंदबाजी करने से रोका जा सकता है।
बल्लेबाजी करते समय शाकिब अल हसन को जसप्रीत बुमराह की गेंद लगी थी। उस दौरान उनके दाहिने हाथ की उंगली से खून बहने लगा था, जिसके बाद उन्हें कुछ उपचार की जरूरत पड़ी। कानपुर टेस्ट से पहले ऑलराउंडर को निगरानी में रखा गया है। शाकिब के योगदान और उनके मौजूदा फॉर्म के कारण उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए या नहीं? इसको लेकर भी कई बातें सामने आ रही हैं। हालांकि, चयनकर्ता हन्नान सरकार ने कहा कि शाकिब की बल्लेबाजी में कोई समस्या नहीं है।
द डेली स्टार के मुताबिक, बांग्लादेश के टीम होटल में पत्रकारों से बात करते हुए हन्नान ने कहा, "शाकिब हमारे सबसे अच्छे खिलाड़ी हैं। जब वह प्लेइंग इलेवन में होते हैं, तो हमारे लिए टीम संयोजन बनाना आसान होता है। मुझे उनकी बल्लेबाजी पसंद आई। शाकिब ने जिस तरह से पहले बल्लेबाजी की है, उसकी तुलना में उनकी बल्लेबाजी के तरीके में बहुत आत्मविश्वास दिखाई दिया। उन्होंने सहजता से खेला और दबाव को संभाला। हां, उन्होंने बड़ा स्कोर नहीं बनाया, लेकिन वह हमेशा टीम के संतुलन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।"
हन्नान ने स्पष्ट किया कि चेन्नई टेस्ट से पहले शाकिब को कोई दर्द नहीं था, लेकिन मैच के दौरान उन्हें कुछ समस्या हुई। उन्होंने बताया, "हमें हमेशा शाकिब को अगले मैच के लिए चुनने से पहले सोचना पड़ता है और अगले मैच से पहले समय है। हम देखेंगे कि वह किस स्थिति में हैं। हमें पता है कि उनके हाथ में दर्द पर चर्चा हो रही है। मैच से पहले यह नहीं था और कई लोगों ने इसे अलग-अलग तरीकों से समझाने की कोशिश की है, लेकिन मैच से पहले, हमने उनको प्लेइंग इलेवन में लेने से पहले फिजियो से 100 प्रतिशत फिट होने की मंजूरी ली थी।"
सिलेक्टर ने बताया, "आप यह नहीं कह सकते कि यह इंजरी है। उस उंगली में जो तकलीफ उसे महसूस हुई, वह मैच से पहले नहीं थी। जब उसने गेंदबाजी शुरू की तो उसे यह महसूस हुआ।" उन्होंने ये भी कहा है कि अगर आवश्यकता हुई तो वे बैटर के तौर पर भी खेल सकते हैं। उन्होंने कहा, "शाकिब ऐसे खिलाड़ी हैं कि अगर वह गेंदबाजी नहीं कर सकते तो बल्लेबाज के तौर पर खेल सकते हैं। अगर उन्हें लगता है कि वह बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं कर सकते तो यह अलग सिनेरियो है। अगले दो दिन उनको निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद हम फीजियो का फीडबैक लेंगे।"
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