बिना किसी लाग-लपेट...बतौर कोच खिलाड़ियों से कैसा है नेहरा का रिश्ता, साई किशोर ने बताई अंदर की बात
साई किशोर ने कहा है कि कोच आशीष नेहरा अपने विचारों को लेकर काफी स्पष्ट रहते हैं। अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की प्रशंसा करने में सबसे आगे रहते हैं।

बाएं हाथ के स्पिनर साई किशोर ने टीम की सफलता का श्रेय मुख्य कोच आशीष नेहरा को देते हुए कहा कि वह खिलाड़ियों से सीधे और स्पष्ट तरीके से अपने विचार साझा करते हैं। इंडियन प्रीमियर लीग की तालिका में शीर्ष पर काबिज गुजरात टाइटंस के 11 मैचों में आठ जीत के साथ 16 अंक है और टीम प्लेऑफ में जगह पक्की करने के काफी करीब है।
साई किशोर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ के प्रेस रूम कार्यक्रम में चुनिंदा मीडिया से कहा, ‘‘ आशू पाजी (नेहरा) अपने विचारों को लेकर काफी स्पष्ट रहते हैं। वह खिलाड़ियों से बिना किसी लाग-लपेट के संवाद करते है। वह अच्छा प्रदर्शन करने पर सबसे पहले तारीफ करने वालों में होते है, इसके साथ ही अगर आप टीम की योजना से भटकते है तो वह बता देते है कि उन्होंने ऐसी उम्मीद नहीं की थी । ऐसे में हर खिलाड़ी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार रहता है।’’
किशोर को मौजूदा सत्र में टीम के हर मैच में खेलना का मौका मिला है और तमिलनाडु के इस गेंदबाज ने अब तक 14 विकेट लेकर टाइटंस की सफलता में अहम योगदान दिया है। न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और बायें हाथ के दिग्गज स्पिनर रहे डेनियल विटोरी भी किशोर की गेंदबाजी से प्रभावित है। सनराइजर्स हैदराबाद के मुख्य कोच ने कहा था कि किशोर के पास सीमित ओवर के क्रिकेट में सफल होने की काबिलियत है।
विटोरी से मिली तारीफ से जुड़े ‘भाषा’ के सवाल पर साई किशोर ने कहा, ''यह काफी हौसला बढ़ाने वाली बात है। विटोरी ऐसे गेंदबाज रहे हैं जिनसे मैंने बचपन से प्रेरणा ली है। उन्हें स्पिन गेंदबाजी में महारथ हासिल थी। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।'' किशोर ने कहा कि सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच के दौरान उन्हें इस पूर्व दिग्गज से बात करने का मौका मिला था।
इस 28 साल के गेंदबाज ने कहा, ‘‘ जब हमने उनके खिलाफ खेला था तब भी मुझे उनसे बात करने का मौका मिला था और ऐसे बातचीत से काफी मदद मिलती है।’’ किशोर ने इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी सफलता का श्रेय चेन्नई सुपरकिंग्स और उसके करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी दिया।
किशोर 2020 और 2021 में चेन्नई की टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्हें शुरुआती एकादश में कभी जगह नहीं मिली थी। प्रथम श्रेणी में 46 मैचों में 192 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा, ‘‘ चेन्नई पहली टीम थी जिसने मुझे आईपीएल से जोड़ा। उन्होंने मुझे सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट से इस बड़ी लीग में आने का मौका दिया। मैं कह सकता हूं कि मैंने दो साल तक माही भाई (धोनी) की देखरेख में ‘इंटर्नशिप की और इस दौरान मुझे उनसे मिली सलाह से काफी फायदा हुआ।’’
किशोर ने आईपीएल के इस सत्र में ‘कैरम बॉल’ से बल्लेबाजों को कई बार चकमा दिया है। इस कला में महारथ हासिल करने के लिए उन्हें काफी पसीना बहाना पड़ा। किशोर ने कहा, ‘‘ बायें हाथ के गेंदबाज के लिए कैरम बॉल करना काफी मुश्किल है। मुझे इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी है। मैं कई वर्षो से इसका अभ्यास कर रहा हूं और पिछले दो सत्र में मैच के दौरान मैंने इसकी कोशिश की लेकिन सही से अंजाम नहीं दे सका था। इस सत्र में काफी सुधार हुआ है और मैं काफी खुश हूं कि यह काम कर रहा है।’’
भारतीय टीम के लिए तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय खेल चुके किशोर को एक बार फिर से राष्ट्रीय टीम में वापसी का इंतजार है लेकिन उन्होंने अपनी गेंदबाजी की तुलना किसी और गेंदबाज से करने से इंकार कर दिया।
किशोर ने भारतीय टेस्ट टीम में लंबे समय से मौजूद रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव की तुलना में अपनी गेंदबाजी के स्तर के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हर गेंदबाज की अपनी एक अलग क्षमता होती है । आम तौर पर मैं किसी और गेंदबाज से अपनी तुलना करना पसंद नहीं करता हूं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं अपनी गेंदबाजी को लेकर आत्मविश्वास से भरा रहता हूं । मैं समझता हूं कि जब भी किसी भी टीम के लिए खेलने का मौका मिले मुझे उसके लिए तैयार रहना चाहिए । मेरे लिए जरूरी है कि मुझे पता हो कि मैं कितना तैयार हूं और अपने काम को कितने बेहतर तरीके से अंजाम दे सकता हूं।’’