शिवम दुबे के कन्कशन सब्सटीट्यूट बने हर्षित राणा, आर अश्विन बोले- ये IPL मैच था क्या?
- आर अश्विन ने इस बात पर सवाल उठाया है कि हर्षित राणा शिवम दुबे के लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट नहीं थे। कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर हर्षित राणा आए और उन्होंने तीन विकेट लेकर मैच पलट दिया।
भारत के पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टी20 इंटरनेशनल मैच में शिवम दुबे के स्थान पर हर्षित राणा को कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर आने की अनुमति देने के लिए ऑन-फील्ड अंपायर और मैच रेफरी पर सवाल उठाए। हर्षित राणा ने भारत के लिए खेल को बदल दिया, क्योंकि उन्होंने अपनी पेस से 3 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और मेजबान टीम को 15 रन से जीत दिलाई। इसी के साथ भारत ने सीरीज को 3-1 से अपने नाम कर लिया।
हालांकि, हर्षित राणा को कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर टीम में शामिल करने के फैसले की कई क्रिकेट एक्सपर्ट ने आलोचना की है। यहां तक कि इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी अपनी बात पर कायम रहते हुए कहा कि हर्षित राणा शिवम दुबे के लिए "लाइक टू लाइक" ऑप्शन नहीं हैं। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन और माइकल वॉन ने भी इस फैसले की आलोचना की।
हालांकि, यहां यह बताना महत्वपूर्ण है कि भारतीय खेमा खेल के नियमों के तहत खेला है और अधिकारियों को अभी इस बारे में और स्पष्टता देनी है कि "एक लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट" क्या माना जा सकता है। अश्विन ने कहा कि ऐसा लगता है कि अधिकारी भूल गए थे कि यह एक अंतरराष्ट्रीय मैच था और यह "पूरी तरह से क्रिकेट की गलतफहमी" का मामला था।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस मुद्दे को लेकर कहा, "खेल खत्म हो गया है। भारत ने घरेलू मैदान पर एक और सीरीज अपने नाम कर ली है। टी20I में जीत का सिलसिला वाकई शानदार रहा। यह गेम क्या था? यह आईपीएल की कॉपी जैसा था। सुपरसब भी मौजूद था और गेम एक इम्पैक्ट प्लेयर के साथ खेला गया। पूरी चर्चा इस बात पर है कि हर्षित राणा शिवम दुबे की जगह कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर कैसे आए? क्या हम भूल गए कि यह एक अंतरराष्ट्रीय मैच था? आईपीएल मैच की तरह खेला गया।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं समझ सकता हूं। ऐसा पहले भी हो चुका है। कैनबरा में रविंद्र जडेजा को कन्कशन हुआ और युजवेंद्र चहल को सब्स्टीट्यूट के तौर पर बुलाया गया। मुझे यह समझ में नहीं आता। कम से कम पहले तो जडेजा की जगह चहल आए थे, स्पिनर के लिए स्पिनर।" अश्विन ने माना है कि शिवम दुबे के लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट रमनदीप सिंह होते।
अश्विन ने कहा, "यहां, शिवम दुबे की जगह हर्षित को लाया गया। भारतीय या इंग्लैंड टीम की कोई भूमिका नहीं है। अगर टीम में कोई नहीं है, तो आप कह सकते हैं कि हर्षित राणा थोड़ी बल्लेबाजी कर सकते हैं और शिवम दुबे थोड़ी गेंदबाजी कर सकते हैं, इसलिए हम उन्हें लाए। रमनदीप सिंह बाहर बैठे थे। मुझे समझ में नहीं आया। यह पूरी तरह से क्रिकेट की गलत गणना का मामला है या तो अंपायरों की ओर से या मैच रेफरी की ओर से। रमनदीप सिंह शिवम दुबे की परफेक्ट रिप्लेसमेंट थे, लेकिन वह नहीं। हर्षित राणा को कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर चुना गया। मुझे लगता है कि जिम्मेदार लोगों को इस पर गौर करना चाहिए।"