जसप्रीत बुमराह नहीं हैं तो कोई बात नहीं, ये पेसर लगाएगा टीम इंडिया का बेड़ा पार; पूर्व क्रिकेटर का दावा
- पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा है कि अगर जसप्रीत बुमराह उपलब्ध नहीं हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि उनकी अनुपस्थिति में मोहम्मद शमी ने आईसीसी इवेंट्स में अच्छी गेंदबाजी की है और टीम की जिम्मेदारी को समझा है।

टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने एक बड़ा दावा मोहम्मद शमी को लेकर किया है। एल बालाजी का मानना है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में मोहम्मद शमी भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कर सकते हैं। बुमराह चोट के कारण आगामी आईसीसी इवेंट से बाहर हो गए हैं। चयनकर्ताओं ने बुमराह के साथ जोखिम नहीं लेने का फैसला किया है। वह पीठ की समस्या से उबर रहे हैं। उनकी जगह हर्षित राणा को टीम में जगह मिली है। ऐसे में मोहम्मद शमी, हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह के रूप में भारत के पास तेज गेंदबाजों का विकल्प है, जिनमें हार्दिक पांड्या भी शामिल हैं।
मोहम्मद शमी ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल के बाद इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खेली गई टी20 सीरीज और वनडे सीरीज के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की, जहां उन्होंने 2 मैचों में केवल 2 विकेट लिए। बावजूद इसके बालाजी को लगता है कि शमी बुमराह की अनुपस्थिति में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। पीटीआई से बात करते हुए, पूर्व तेज गेंदबाज ने बताया कि कैसे शमी ने 2019 और 2023 विश्व कप में विकेटों के मामले में बुमराह से बेहतर प्रदर्शन किया था। बालाजी को लगता है अगर भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करना है तो शमी को नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
बालाजी ने कहा, "दरअसल, उन्होंने 2019 (50 ओवर का विश्व कप) और पिछले विश्व कप (2023) में बुमराह को आउट-बॉल किया था। बुमराह सभी प्रारूपों में चैंपियन गेंदबाज हैं, लेकिन शमी के पास अनुभव है और बुमराह के आने से पहले, शमी ही भारत के आक्रमण को आगे बढ़ाते थे। ऐसे में मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है। अगर भारत को अच्छा प्रदर्शन करना है, तो शमी को नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा। नई गेंद से अपने पहले छह ओवरों में वह जिस तरह का प्रभाव डाल सकते हैं, वह भारत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "वैसे भी पुरानी गेंद...अब यह रक्षात्मक खेल है। अगर वह नियमित रूप से शुरुआती बढ़त हासिल कर सके, तो इससे भारत को बहुत बढ़ावा मिलेगा।" शमी ने 2019 में 14 और 2023 विश्व कप के दौरान 24 विकेट निकाले थे। बालाजी ने यह भी कहा कि अगर शमी नई गेंद से अच्छी शुरुआत दिलाएंगे तो इससे युवा हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह को अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, "शमी इस समय टीम के लीडर हैं। मेरा मतलब है कि वह लंबे समय से टीम के लीडर हैं। अगर आप देखें कि शमी ने 12 साल के क्रिकेट में और खासकर टेस्ट क्रिकेट में क्या किया है, तो वह बहुत शानदार है। अब, यदि वह नई गेंद से अटैक करना शुरू कर देंगे तो इससे अन्य गेंदबाजों को काफी आत्मविश्वास मिलेगा।"