IPL में हार के बाद भी पार्टी, चुभता है...ग्लेन मैक्सवेल, लियम लिविंगस्टन को वीरेंद्र सहवाग ने खूब सुनाया
- Virendra Sehwag on Glenn maxwell liam livingstone: आईपीएल 2025 में विदेशी खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन पर वीरेंद्र सहवाग का गुस्सा फूटा है। सहवाग ने कुछ खिलाड़ियों का नाम लेते हुए उन्हें जमकर सुनाया है।

Virendra Sehwag on Glenn maxwell liam livingstone: आईपीएल 2025 में विदेशी खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन पर वीरेंद्र सहवाग का गुस्सा फूटा है। सहवाग ने कुछ खिलाड़ियों का नाम लेते हुए उन्हें जमकर सुनाया है। सहवाग ने यहां तक कह डाला कि यह खिलाड़ी बस भारत में छुट्टियां बिताने के लिए आते हैं। यह मैच हारने के बाद भी पार्टी मांगते हैं और फ्रेंचाइजी के भारतीय खिलाड़ियों को यह बात चुभती है। भारत के पूर्व आक्रामक बल्लेबाज ने कहाकि मुझे तो लगता है कि मैक्सवेल और लिविंगस्टन की भूख मिट चुकी है। यह लोग यहां पर हॉलीडे मनाने आते हैं और हॉलीडे मनाकर चले जाते हैं। वीरू ने आगे कहाकि इन्हें टीम के साथ लगाव भी नहीं है। इनके अंदर वह लगन नहीं है कि मुझे टीम को जिताना है। टीम को ट्रॉफी जिताने के लिए मुझे कांट्रीब्यूट करना है।
यह बस बातें करते हैं और चले जाते हैं
वीरेंद्र सहवाग ने कहाकि मैंने बहुत सारे विदेशी खिलाड़ियों के साथ टाइम बिताया है। क्रिकबज के कार्यक्रम में बोलते हुए सहवाग ने कहाकि उनमें से एक या दो ही मुझे लगे, जिनके अंदर यह था कि नहीं यार मुझे जीतना है। उन्होंने कहाकि मैक्सवेल और लिविंगस्टन में यह बात मुझे नजर नहीं आई। यह लोग आते हैं, बातें करते हैं और बस बातें करके चले जाते हैं। इनकी परफॉर्मेंस कुछ नहीं है। इस कार्यक्रम में वीरू के साथ पूर्व स्पिनर अमित मिश्रा भी थे। शो होस्ट कर रहे गौरव कपूर ने वीरू से पूछा कि जिन विदेशी खिलाड़ियों के साथ आप खेले, उनमें से कौन थे, जो वास्तव में जीतने के लिए खेलते थे।
बताया कौन से खिलाड़ी जीत के लिए जूझते थे
इस सवाल के जवाब में वीरेंद्र सहवाग ने कुछ नाम लिए। उन्होंने कहाकि सबसे पहले तो डेविड वॉर्नर थे, दूसरे ऑस्ट्रेलिया के ही ग्लेन मैक्ग्रा होते थे। इसके अलावा एक और खिलाड़ी थे, एबी डिविलियर्स। सहवाग ने कहाकि मैक्ग्रा तो मुझे यह बोलते थे तू मुझे खिला क्यों नहीं रहा है। तू मुझे खिला, मैं तेरे को जिता के दूंगा। लेकिन मेरा कॉम्बिनेशन ऐसा बैठता था कि या तो मैं मैक्ग्रा को खिलाऊं या डिर्क ननेस को खिलाऊं। वजह, बाकी मेरी टीम में विदेशी बल्लेबाज खेलते थे। ऐसे में मैक्ग्रा को मैं खिला नहीं पाता था। वीरू ने कहाकि यह तीन प्लेयर मैंने देखे हैं जो आईपीएल में जीत के लिए जुनूनी थे।
सभी देश के खिलाड़ियों का यही हाल
सहवाग ने कहाकि इसके अलावा आईपीएल में बहुत सारे खिलाड़ी आते हैं। श्रीलंकन, वेस्टइंडियन...यह लोग आते हैं, खेलते हैं और चले जाते हैं। वीरू ने आगे कहाकि इसका पता तब चलता है जब आप प्लेऑफ का मैच या फिर सेमीफाइनल हार जाते हैं। इसके बाद यह विदेशी खिलाड़ी पूछ रहे होते हैं, पार्टी कहां है, पार्टी कहां है। मतलब हार जाने के बाद भी इन्हें अफसोस नहीं होता। तुम हार गए हो, बैग पैक करो, फ्लाइट पकड़ो और अपने घर निकलो। लेकिन उनको तो पार्टी करके जाना है। उस वक्त फील होता है। यह ऐसे आते हैं कि चलो आईपीएल खत्म हो गया अब घर चलते हैं। वीरू ने कहाकि यह बातें इंडियन प्लेयर्स को बहुत चुभती हैं।
मैंने टीम मालिकों से भी बोला था।
सहवाग ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहाकि युवराज सिंह से बड़ा मैच विनर कोई नहीं था। लेकिन कई आईपीएल मैचों में उन्हें बाहर बैठना पड़ता था। मैक्सवेल और लिविंगस्टन तो युवराज सिंह की आधी क्षमता के भी खिलाड़ी नहीं हैं। इन दोनों को बाहर बिठाने में क्या ऐतराज है। वीरू ने डेविड मिलर का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहाकि मिलर प्रैक्टिस सेशन में टर्निंग ट्रैक बनवाते थे और स्पिनर्स के साथ प्रैक्टिस करते थे, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका टूर होने वाला होता था। वह आईपीएल में दक्षिण अफ्रीका के लिए तैयारी करते थे। उन्होंने कहाकि मैंने तो अपने टीम मालिकों से भी बोल दी थी यह बात।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।