पापा ने काम छोड़ा...मां 2 बजे उठ जाती थी...वैभव सूर्यवंशी की कहानी, उन्हीं की जुबानी
पापा ने काम छोड़ दिया था और मां 2 बजे उठ जाती थी, क्योंकि उनको ट्रेनिंग के लिए जाना होता था। वैभव सूर्यवंशी ने अपनी जुबानी ये कहानी बयां की है। वे आईपीएल में सबसे कम उम्र में शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बने हैं।
क्रिकेट जगत उनके साहसी ‘स्ट्रोकप्ले’ का कायल हो गया है, लेकिन 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी के लिए पहली गेंद पर छक्का लगाना एक सामान्य सी बात है, क्योंकि परिस्थितियों का उन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 38 गेंदों में 11 छक्कों और सात चौकों की मदद से 101 रन की पारी खेलकर टी20 क्रिकेट में अब तक के सबसे कम उम्र के शतकवीर बनकर आईपीएल में धूम मचा दी। महज 14 साल की उम्र में आईपीएल डेब्यू करने वाले वैभव सूर्यवंशी के इस बड़े मंच तक पहुंचाने में उनके माता-पिता ने खूब संघर्ष झेला है।
यह आईपीएल में उनका केवल तीसरा ही मैच था। उन्होंने लखनऊ सुपरजाइंट्स के खिलाफ आईपीएल में अपना पहला मैच खेलते हुए 20 गेंद पर 34 रन बनाए थे और अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने पहली गेंद पर छक्का लगाया था। सूर्यवंशी ने सोमवार की रात जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में गुजरात टाइटंस पर जीत के बाद आईपीएलटी20डॉटकॉम से कहा, ‘‘यह मेरे लिए सामान्य बात थी। मैं भारत के लिए अंडर-19 और घरेलू स्तर पर भी खेला हूं, जहां मैंने पहली गेंद पर छक्के लगाए हैं। मुझ पर पहली 10 गेंदों को खेलने का दबाव नहीं था। मेरे दिमाग में स्पष्ट था कि अगर गेंद मेरे पाले में आएगी, तो मैं उसे मारूंगा।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘ऐसा नहीं था कि मैं सोच रहा था कि यह मेरा पहला मैच है। हां, एक इंटरनेशनल गेंदबाज (मेरे सामने) था और मंच बड़ा था, लेकिन मैंने केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया।’’ बिहार के समस्तीपुर के इस युवा खिलाड़ी का जन्म आईपीएल शुरू होने के ठीक तीन साल बाद हुआ था। सूर्यवंशी ने इस मुकाम तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाने वाले अपने पिता संजीव और मां आरती का भी आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जो कुछ भी हूं अपने माता-पिता की वजह से हूं। मेरी मां मेरे ट्रेनिंग सेशन के कारण रात 11 बजे सोती है और सुबह 2 बजे उठ जाती है। इस तरह से वह मुश्किल से तीन घंटे सोती हैं। मेरे पिता ने मेरे लिए अपना काम छोड़ दिया। मेरा बड़ा भाई काम संभाल रहा है और घर बड़ी मुश्किल से चल रहा है, लेकिन पापा मेरा समर्थन कर रहे हैं। भगवान यह सुनिश्चित करते हैं कि जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं वे कभी असफल न हों। जो परिणाम हम देख रहे हैं और जो सफलता मैं हासिल कर रहा हूं वह मेरे माता-पिता के कारण है।’’
यह 14 वर्षीय खिलाड़ी सुर्खियों में आने के बावजूद अपने खेल पर ध्यान केंद्रित रखना चाहता है और उनका लक्ष्य लंबे समय तक भारत की तरफ से खेलना है। सूर्यवंशी ने कहा,,‘‘मैं भारत की तरफ से खेलना चाहता हूं और इसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी। मैं उस स्तर तक पहुंचने तक कड़ी मेहनत करना बंद नहीं कर सकता। मैं देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।’’
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