India vs Bangladesh: चेन्नई की पिच को लेकर किचकिच शुरू, तीन स्पिनर या तीन पेसर पर अटकेगी भारत की सुई?
इंडिया वर्सेस बांग्लादेश दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज चेन्नई में होना है। चेन्नई में पिच को लेकर किचकिच शुरू हो गई, तीन स्पिनर या तीन पेसर को लेकर माथापच्ची होना तय है।
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम पर टीम इंडिया तीन स्पिनरों के साथ उतरेगी या फिर तीन तेज गेंदबाजों के साथ? यह सवाल एकदम से काफी अहम हो गया है। चेन्नई में हमेशा से स्पिनरों को पिच से मदद मिली है, ऐसे में माना जा रहा था कि टीम इंडिया तीन स्पिनरों और दो तेज गेंदबाजों के कॉम्बिनेश के साथ बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलने उतरेगी, लेकिन अब इस पूरे सिनेरियो में एक ट्विस्ट आ गया है। 19 सितंबर से भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच चेन्नई में शुरू होगा। ईएसपीएनक्रिकइंफो की खबर के मुताबिक चेन्नई में लाल मिट्टी वाली पिच इस्तेमाल की जा सकती है। ऐसे में पिच में उछाल और तेजी भी देखने को मिल सकती है। चेन्नई की उमस भरी गर्मी को देखते हुए भारत प्लेइंग XI में तीन स्पिनरों को मौका दे सकता है, और ऐसे में कुलदीप यादव, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं और अक्षर पटेल को बाहर बैठना पड़ सकता है।
भारत इस मैच में पांच गेंदबाजों के साथ उतर सकता है, जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा का खेलना लगभग तय माना जा रहा है, अब पांचवीं जगह जो बच रही है, उसके लिए विकल्प पर नजर डालें तो अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, यश दयाल और आकाशदीप ये चार नाम सामने आते हैं। भारत ने अपनी सरजमीं पर जब पिछली बार तीन तेज गेंदबाज उतारे थे, तो वह भी बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया टेस्ट मैच ही था। कोलकाता में 2019 में भारत तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था।
लाल मिट्टी वाली पिच की खास बातें
लाल मिट्टी वाली पिचें पानी कम सोखती हैं और जल्दी सूख जाती हैं, मैच के आखिरी के दो दिन पिच में दरारें पड़ जाती हैं और स्पिनरों को ज्यादा मदद मिलने लगती है, लेकिन शुरुआती दिनों में तेज गेंदबाजों को इस पर काफी फायदा मिल सकता है। पहले दो दिन तेज गेंदबाजों और बैटर्स के लिए अच्छे होते हैं, जबकि आखिरी के तीन दिन स्पिनरों का रोल बहुत अहम हो जाता है।
2021 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो टेस्ट मैच चेन्नई में खेले थे, जहां इंग्लैंड ने पहला टेस्ट मैच 227 रनों से जीता था, जबकि भारत ने दूसरा टेस्ट मैच 317 रनों से जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल की थी। भारत ने वह सीरीज 3-1 से अपने नाम की थी। पहले और दूसरे टेस्ट में पिच में जो अंतर था, वह मिट्टी का ही था। पहले टेस्ट मैच में लाल मिट्टी का इस्तेमाल किया गया था, जबकि दूसरे टेस्ट मैच में लाल मिट्टी की लेयर थी, जिस पर ब्लैक कॉटन मिट्टी की टॉप लेयर थी। अब ऐसे में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर को जमकर माथापच्ची करनी पड़ सकती है कि आखिरी पहले टेस्ट मैच में भारत तीन स्पिनरों के साथ उतरे या फिर तीन तेज गेंदबाजों के साथ?
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