IND vs AUS: पैट कमिंस ने खेला सिडनी टेस्ट से पहले माइंडगेम, जसप्रीत बुमराह पर साधा निशाना
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 3 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना है। इस मैच से पहले पैट कमिंस ने फिर से माइंडगेम खेला है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पैट कमिंस की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2-1 की अजेय बढ़त बना ली है और पांच मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 3 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना है। ऑस्ट्रेलियाई टीम भले ही सीरीज में 2-1 से आगे है, लेकिन कप्तान कमिंस ने साफ कर दिया है कि सिडनी टेस्ट में इससे टीम की एनर्जी पर कोई असर नहीं पड़ेगा और उनकी टीम सीरीज 3-1 से जीतने के इरादे से उतरेगी। ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर हाथ नहीं लगाया है, लेकिन अगर सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराती है या फिर जीतती है, तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर उसका कब्जा हो जाएगा, वहीं अगर भारत सिडनी टेस्ट जीतता है, तो ऐसे में सीरीज 2-2 की बराबरी पर छूटेगी और मेहमान होने के नाते ट्रॉफी भारत के कब्जे में ही रहेगी।
ऑस्ट्रेलिया ने बॉक्सिंग डे टेस्ट 184 रन से जीतकर 2014-15 के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने की ओर कदम बढा दिया है। कमिंस ने कहा, ‘सीरीज में आगे होना अच्छा रहता है। आप हर टेस्ट मैच जीत के इरादे से ही खेलते हैं और यहां भी कुछ अलग नहीं है।’ उन्होंने कहा , ‘पिछले तीन टेस्ट में टीम के प्रदर्शन से मैं बहुत खुश हूं। हमने दिखा दिया कि हम जीत के प्रबल दावेदार हैं और इस सप्ताह भी हमारा लक्ष्य जीतना ही है।’ उन्होंने स्वीकार किया कि टीम के सामने कुछ मसले हैं।
उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि कुछ मौकों पर हम और रन बनाना चाहते थे। मेलबर्न में पिछले टेस्ट में हमें 400-500 रन की बढ़त लेनी चाहिए थी। हम इतनी अच्छी स्थिति में थे, लेकिन यही टेस्ट क्रिकेट है।’ कमिंस ने कहा कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की पिच पारंपरिक पिच से अलग है जिस पर स्पिनरों और बल्लेबाजों को मदद मिलती है।
उन्होंने कहा, ‘यह एससीजी की पारंपरिक पिच से अलग है। इस साल यहां शेफील्ड शील्ड के दो मैच अच्छे रहे और टीमें विकेट से खुश थीं। इससे गेंदबाजों को मदद मिलेगी और बल्लेबाज भी रन बना सकेंगे। कुछ समय इस पर बल्लेबाजी आसान होगी तो आखिर में यह स्पिनरों की मददगार रहेगी। मैंने यहां कुछ टेस्ट खेले हैं लेकिन बाकी वनडे ही खेले हैं तो मैं कोई स्पेशलिस्ट नहीं हूं।’
ऑस्ट्रेलिया के लिये कड़ी चुनौती बने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बारे में उन्होंने कहा, ‘वह बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहा है। उसका सामना करना कठिन है।’ उन्होंने कहा, ‘ उम्मीद है कि जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरूंगा तब शाम होगी और वह काफी गेंदबाजी कर चुका होगा जिससे मेरे लिए आसानी होगी। मैंने अलग-अलग फॉर्मेट में उसका सामना किया है लेकिन उसका सामना करना कठिन है।’
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