चेन्नई सुपर किंग्स अब कमबैक नहीं करने वाली, धोनी भी मान चुके हैं ये बात; पूर्व CSK प्लेयर ने की भविष्यवाणी
चेन्नई सुपर किंग्स यानी सीएसके को लेकर अंबाती रायुडू ने भविष्यवाणी की है और कहा है कि इस साल टीम अब कमबैक नहीं करने वाली। उनका कहना है कि एमएस धोनी भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और लंबे समय तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले अंबाती रायुडू ने एक बड़ी भविष्यवाणी सीएसके को लेकर की है। रायूडू ने दावा किया है कि आईपीएल 2025 में अब चेन्नई सुपर किंग्स कमबैक हीं कर पाएगी। उन्होंने ये भी माना है कि एमएस धोनी ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। चेन्नई की टीम रविवार को छठा मुकाबला 8 मैचों में हारी और इसके बाद टीम के प्लेऑफ्स में पहुंचने की राह बहुत ही ज्यादा कठिन हो गई है। मुंबई के मैदान पर सिर्फ 176 रन सीएसके ने बनाए थे। मुंबई ने 177 रनों के लक्ष्य को 16वें ओवर में ही हासिल कर लिया था।
रोहित शर्मा ने 6 छक्के और चार चौकों की मदद से 76 रनों की नाबाद पारी खेली। सूर्यकुमार यादव ने भी ताबड़तोड़ अर्धशतक जड़ा। इस मैच के बाद अंबाती रायुडू ने जियोहॉटस्टार पर कहा, "मुझे नहीं लगता कि वे इस सीजन में वापसी करेंगे। यहां तक कि धोनी ने भी मैच के बाद अपने बयान इस बात को स्वीकार किया - उन्होंने कहा कि वे पहले से ही अगले सीजन के लिए तैयार हैं। वे युवा खिलाड़ियों को तैयार करना चाहेंगे और बेखौफ, न कि लापरवाह क्रिकेट कल्चर का निर्माण करना चाहेंगे। उन्हें अधिक पॉजिटिव इंटेंट से खेलना चाहिए। शायद आयुष म्हात्रे जैसे किसी खिलाड़ी को यहां से पूरा मौका मिल सकता है।"
सीएसके के प्रदर्शन और गलतियों पर टिप्पणी करते हुए रायुडू ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स में मुंबई के खिलाफ इंटेंट की कमी थी। उन्होंने कहा, "बीच के ओवरों में लगभग सात ओवरों में मात्र 35 रन बने, जिससे उन्हें नुकसान हुआ। टी20 क्रिकेट में अब कोई भी इस तरह नहीं खेलता। खेल विकसित हो चुका है और बीच के ओवरों में भी टीमों को अच्छे स्ट्राइक रेट से रन बनाने की जरूरत होती है। CSK में इंटेंट की कमी थी। आप मैच हार सकते हैं, लेकिन आपको लड़ना होगा। आप किसी फेज में आसानी से जीत हासिल करने की कोशिश नहीं कर सकते और बाद में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद नहीं कर सकते। उस पिच पर प्रतिस्पर्धी होने के लिए कम से कम 190 रन की जरूरत थी और CSK ने जो स्कोर बनाया वह भी पार स्कोर नहीं था। महत्वपूर्ण मध्य चरण के दौरान यह औसत से नीचे की बल्लेबाजी थी।"