11 विधायक रिपीट, दो पूर्व आईएएस को मौका; क्या छत्तीसगढ़ी फिल्मस्टार बीजेपी को दिला पाएंगे जीत?
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इसके साथ ही बीजेपी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने 13 हारे हुए विधायकों को दोबारा मैदान में उतारा है।
छत्तीसगढ़ में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदें पुराने नेताओं पर टिकी हैं। पार्टी ने 11 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है। वहीं 2018 के चुनाव में हारने वाले 13 नेताओं को फिर से मैदान में उतारा है। चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ और चार अन्य राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। तारीखों के ऐलान के चंद घंटों बाद भाजपा ने सोमवार को 64 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की।
नक्सल प्रभावित राज्य में 90 सदस्यीय नई विधानसभा के चुनाव के लिए सात नवंबर (20 सीटें) और 17 नवंबर (70 सीटें) के लिए दो चरणों में मतदान होगा। इसके साथ ही बीजेपी ने अब तक 85 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और केवल पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित करना बाकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपनी पारंपरिक राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण प्रसाद चंदेल को उनकी वर्तमान सीट जंजीर-चांपा से दोबारा उम्मीदवार बनाया गया है।
हाल ही में भाजपा में शामिल हुए लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी फिल्मस्टार अनुज शर्मा को रायपुर जिले के धरसीवा से मैदान में उतारा गया है। बेमेतरा जिले के बिरानपुर गांव में इस साल अप्रैल में सांप्रदायिक झड़प में एक ग्रामीण ईश्वर साहू के बेटे की मौत हो गई थी, उसका नाम भी उम्मीदवारों की सूची में है। राज्य की विपक्षी पार्टी ने मौजूदा विधायक डमरूधर पुजारी (बिंदरानवगढ़-एसटी आरक्षित) को टिकट देने से मना कर दिया है। पिछले साल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से निकाले जाने के बाद हाल ही में भाजपा में शामिल हुए विधायक धर्मजीत सिंह को तखतपुर सीट से मैदान में उतारा गया है।
एक केंद्रीय मंत्री सहित तीन सांसद और दो पूर्व आईएएस अधिकारी भी बीजेपी की सूची में शामिल हैं, जिसमें 20 से अधिक नए चेहरे और नौ महिला उम्मीदवारों के नाम भी हैं। भाजपा ने सोमवार को जिन 64 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की, उनमें से 19 अनुसूचित जनजाति (एसटी) और नौ अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और बिलासपुर से सांसद अरुण साव को लोरमी से, सरगुजा से सांसद और केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत (एसटी आरक्षित) से और रायगढ़ से लोकसभा सदस्य गोमती साय को पत्थलगांव (एसटी) से मैदान में उतारा गया है।
पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी, जो खरसिया से पिछला चुनाव हार गए थे, को रायगढ़ से मैदान में उतारा गया है। जबकि संपत अग्रवाल, जिन्होंने पांच साल पहले निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, वे बसना से भाजपा के उम्मीदवार हैं। वहीं पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम, जो अगस्त में विशिष्ट सेवा छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे, केशकाल (एसटी) सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व राज्य भाजपा प्रमुख विष्णु देव साईं को कुनकुरी (एसटी) से मैदान में उतारा गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।