Hindi Newsछत्तीसगढ़ न्यूज़bhupesh baghel made allegations of changing evm and election commission called it baseless

भूपेश बघेल ने EVM बदले जाने के लगाए आरोप, EC ने बताया बेबुनियाद, छत्तीसगढ़ में गरमाया माहौल

भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि उनके संसदीय क्षेत्र समेत कई जगहों पर वोटिंग मशीनें बदली गई हैं। इससे नतीजे प्रभावित हो सकते हैं। अब इन आरोपों पर चुनाव आयोग का बयान सामने आया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

Krishna Bihari Singh वार्ता-एएनआई, रायपुरTue, 4 June 2024 12:48 AM
share Share

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि उनके संसदीय क्षेत्र समेत कई जगहों पर वोटिंग मशीनें बदली गई हैं। बघेल ने कहा कि कई संसदीय क्षेत्रों में वोटिंग मशीन के नंबर बदले हुए हैं। मशीन बदलने से चुनाव नतीजे प्रभावित हो सकते हैं। चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए कि ये बदलाव किन वजहों से किए गए। बघेल ने यह भी पूछा है कि चुनाव नतीजे पर होने वाले असर के लिए कौन जिम्मेदार होगा? अब इस पर चुनाव आयोग का बयान सामने आया है। चुनाव आयोग ने गड़बड़ी की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया है।

भूपेश बघेल ने कहा- चुनाव आयोग ने चुनाव में प्रयुक्त होने वाली मशीनों के नंबर दिए थे। इसमें बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट शामिल हैं। मेरे चुनाव क्षेत्र राजनादगांव में मतदान के बाद फॉर्म 17सी में जो जानकारी दी गई है‌ उसके अनुसार, बहुत सी मशीनों के नंबर बदल गए हैं। बघेल ने आगे कहा कि जिन बूथों पर वोटिंग मशीनों के नंबर बदले हैं उससे हजारों वोट प्रभावित होते हैं। बघेल ने यह भी दावा किया कि कई लोकसभा क्षेत्रों से ऐसी ही शिकायतें मिली हैं।

अब इन आरोपों पर चुनाव आयोग का बयान सामने आया है। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आशंकाओं और आरोपों को खारिज कर दिया है। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा- मतदान के दौरान कुछ तकनीकी खराबी के कारण बदली गई मशीनों की सूची प्रत्याशियों के साथ साझा की गई हैं। यही नहीं मतदान एजेंटों ने मतदान शुरू होने से पहले ईवीएम को सील करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तावेज सील पर दस्तखत भी किए हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आगे कहा- मतदान के अगले दिन स्वतंत्र पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में जांच के दौरान, किसी भी उम्मीदवार ने ऐसा कोई मुद्दा नहीं उठाया। सभी पेपर सील को वास्तविक गिनती के समय फॉर्म 17(सी) में उल्लिखित उनकी संख्या के साथ सत्यापित किया जा सकता है। मतपत्र, नियंत्रण इकाइयों और वीवीपीएटी की विशिष्ट संख्या को उम्मीदवारों के साथ मतदान से पहले और बाद में साझा की गई सूचियों से मिलाया जा सकता है। ऐसे में मतदान के बाद ईवीएम में बदलाव किए जाने के आरोप बेबुनियाद हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें