UPSC : कौन हैं अपाला मिश्रा के पति अभिषेक, क्या थी यूपीएससी में रैंक, क्यों चुनी IFS सेवा
- UPSC CSE : अपाला ने वर्ष 2021 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी जबकि अभिषेक ने उनसे एक साल बाद वर्ष 2022 में। हाल में दोनों ने शादी का ऐलान किया।
एक दूजे का हाथ थामने के ऐलान के बाद चर्चित आईएफएस अफसर अपाला मिश्रा और अभिषेक बाकोलिया की खूबसूरत जोड़ी के चर्चे सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। अपाला ने वर्ष 2021 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी जबकि अभिषेक ने उनसे एक साल बाद वर्ष 2022 में। ब्यूटी विद ब्रेन अपाला मिश्रा एक लोकप्रिय आईएफएस अफसर हैं जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। शादी के बाद काफी लोग उनके जीवनसाथी के बारे में जानना चाहते हैं। दरअसल अभिषेक बाकोलिया भी एक आईएफएस अफसर हैं। वह पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपूरा से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। इंजीनियरिंग के दौरान उन्होंने कुछ समय तक जेपी मॉर्गन में इंटर्नशिप भी की। इंटर्नशिप के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने की ठानी।
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि जब साल 2020 में उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की तब कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा हुआ था। लिहाजा उन्होंने कोचिंग शुरू नहीं की। सेल्फ स्टडी से शुरुआत की। 2020 का अटेम्प्ट उन्होंने नहीं दिया। एक साल की कड़ी मेहनत के बाद साल 2021 में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में एग्जाम पास कर लिया। उन्होंने 218वीं रैंक हासिल की। अभिषेक के पिता पंजाबी जूते बनाने का काम करते हैं। उन्होंने कभी बेटे को अपने काम में लगाने की नहीं सोची।
अभिषेक ने इंटरव्यू में कहा, 'मैंने छठी, 7वीं, 8वीं क्लास की एनसीईआरटी से पढ़ाई शुरू की। पॉलिटी के लिए लक्ष्मीकांत की बुक पढ़ी। टॉपर्स टॉक से देखें।'
उन्होंने कहा, 'मेरी पहली प्राथमिकता फॉरेन सर्विसेज थी। यह एक यूनिक सर्विस है जिसमें आप अपने देश का अन्य देश में वैश्विक स्तर पर प्रतिनिधित्व करते हैं। यह एक अनोखी सर्विस है जिसमें आपको अलग अलग फील्ड में काम करने का मौका मिलता है। इसमें आपको दूसरे देशों की संस्कृतियों को जानने का मौका मिलता है। विदेशी सम्मानित लोगों से मिलने जुलने का मौका मिलता है।
यूपीएससी में 9वीं रैंक लाने वाली अपाला ने क्यों IAS छोड़ चुना था IAF
अपाला मिश्रा ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम में शानदार रैंक आने के बावजूद आईएएस (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज) छोड़ आईएफएस (इंडियन फॉरेन सर्विसेज) चुना। मूल रूप से यूपी के बस्ती जिले की रहने वाली अपाला मिश्रा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 में 9वीं रैंक हासिल की लेकिन उन्होंने परंपरा से हटकर आईएएस छोड़ आईएफएस सर्विसेज को चुना। एक इंटरव्यू में अपाला से पूछा गया कि उन्होंने यूपीएससी में शानदार रैंक आने के बावजूद आईएएस सर्विसेज छोड़ आईएफएस क्यों चुनी? इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के तीन चरण जरूर होते हैं लेकिन चयन होने के बाद आप जो जॉब करने जा रहे हैं वो आपके जीवन के अगले 30 साल आपके साथ रहेगी। इसलिए आपको आपकी पसंद का काम चुनना है। आप असल में क्या करना चाहते हैं। आप वही चुनें जिसको करने को लेकर आपमें जुनून है। मेरे मामले में आईएफएस चुनने की दो वजहें थी - पहला कि मुझे अंतर्राष्ट्रीय संबंध का विषय बहुत पसंद रहा है। इस पर पढ़ने व जानने की मुझे बहुत ललक रहती है। यूपीएससी इंटरव्यू के बाद मैंने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर कई किताबें पढ़ना चाही। तो मुझे लगा कि अपनी इस स्ट्रेंथ का इस्तेमाल देश की सेवा में कर सकती हूं। इसलिए मैं आईएफएस चुना।'
उन्होंने कहा, ‘आईएसएफ मेरे कोई करियर ऑप्शन नहीं बल्कि ड्रीम था। शुरुआत में आईएएस व आईएफएस में सर्विसेज का चुनाव मेरे लिए काफी दुविधा वाला था क्योंकि परंपरा से हटकर इस तरह का फैसला लेना मुश्किल था। जो कोई नहीं करता वो मैं करूं। डर था कि बाद में पछताऊं ना। लेकिन तैयारी के दौरान मैंने इंडियन फॉरेन सर्विसेज और इसके ऑफिसर्स के बारे में जाना। तो मेरी दिलचस्प इसमें बढ़ गई। इसके अलावा मैं आर्मी बैकग्राउंड से आती हूं, देश का इंटरनेशनल लेवल पर प्रतिनिधित्व करना, यही मैंने चाहा था।’
अपाला मिश्रा की शिक्षा और परिवार
अपाला मिश्रा ने आर्मी मेडिकल कॉलेज से बीडीएस किया है। यूपीएससी की तैयारी से पहले डेंटिस्ट्री की पढ़ाई कर वह कुशल डेंटल सर्जन बन गई थीं। उनका परिवार गाजियाबाद में रहता है। डॉ अपाला ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। पहले दो प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर सकी थीं। उनके पिता अमिताभ मिश्र आर्मी से रिटायर्ड कर्नल हैं और मां प्रोफेसर अल्पना मिश्र हिंदी की प्रसिद्ध कथाकार और दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली के हिंदी विभाग, नार्थ कैंपस में प्रोफेसर हैं। भाई भी आर्मी में अफसर है। डॉ अपाला के दादा एनएम मिश्रा डीजीएमएस (खान सुरक्षा महानिदेशालय) में अधिकारी थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।