UPPSC PCS and UPPSC RO ARO exam: क्या है नॉर्मलाइजेशन और कैसे लागू करेगा आयोग
एक से अधिक दिनों एवं पालियों में परीक्षा होने की स्थिति में पूर्व से कैट, जेईई की प्रवेश परीक्षा, नीट इत्यादि में एनटीईए, पुलिस भर्ती बोर्ड, SSC, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, हरियाणा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना एवं केरल के लोक सेवा आयोग द्वारा मूल्यांकन के लिए नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
लोक सेवा आयोग का कहना है कि एक विज्ञापन के सापेक्ष एक से ज्यादा दिन पालियों में परीक्षा कराए जाने की स्थिति में मूल्यांकन के लिए भारत सरकार के पूर्व मुख्य सांख्यिकीविद की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया जिसके द्वारा दो या अधिक दिनों के प्रश्न पत्रों के समान एवं तार्किक मूल्यांकन के लिए परसेंटाइल फार्मूला अपनाने की अनुशंसा की गयी है।
एक से अधिक दिनों एवं पालियों में परीक्षा होने की स्थिति में पूर्व से कैट, जेईई की प्रवेश परीक्षा, नीट इत्यादि में एनटीईए जैसी राष्ट्रीय संस्था, पुलिस भर्ती बोर्ड, कर्मचारी चयन आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, हरियाणा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना एवं केरल के लोक सेवा आयोग द्वारा मूल्यांकन के लिए नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। यह प्रक्रिया समय-समय पर उच्च एवं उच्चतम न्यायालय के निर्णयों में व्याख्यायित की गई है। परसेंटाइल फार्मूला के अनुसार दोनों शिफ्ट के दोनों प्रश्न पत्रों में अधिकतम प्राप्तांक को 100 परसेंटाइल मानते हुए अवशेष सभी अभ्यर्थियों के तुलनात्मक परसेंटाइल स्कोर निकाले जायेंगे जिसके आधार पर मेरिट तैयार की जाएगी ।
प्रक्रिया पर आयोग ने मांगे सुझाव
आयोग अभ्यर्थियों की तरफ से नॉर्मलाइजेशन के सम्बन्ध में प्रेषित समस्त सार्थक सुझावों का स्वागत करेगा एवं उसे लब्ध प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करेगा। विशेषज्ञों द्वारा सुझावों को औचित्यपूर्ण पाए जाने की स्थिति में आयोग इन्हें अपनी प्रक्रिया में सम्मिलित करने पर सार्थक विचार करेगा। इस प्रक्रिया के लिए अगर अभ्यर्थियों के कोई बेहतर सुझाव हैं तो आयोग को ई-मेल online. uppsc@ nic. in पर प्रेषित कर सकते हैं।
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