बिना UGC NET और PhD किए प्रोफेसर बनने का मौका, दिल्ली की नामी यूनिवर्सिटी में निकली बंपर भर्ती
डीटीयू में प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की 67 वैकेंसी निकाली गई है। प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस वैकेंसी के लिए यूजीसी नेट और पीएचडी की डिग्री होना अनिवार्य नहीं है। इसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल है।
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी डीटीयू में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के 225 पदों पर भर्ती निकली गई है। इनमें प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की 67 वैकेंसी है जबकि असिस्टेंट प्रोफेसर की 158 वैकेंसी हैं। प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस वैकेंसी के लिए यूजीसी नेट और पीएचडी की डिग्री होना अनिवार्य नहीं है। डीटीयू विश्वविद्यालयों की पढ़ाई को स्किल से जोड़ने के लिए यूजीसी की प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस योजना के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती करने जा रहा है। डीटीयू वेबसाइट dtu.ac.in पर प्रोफेसर (पीओपी - प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस) और असिस्टेंट प्रोफेसर दोनों तरह की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के नोटिफिकेशन अलग अलग जारी किए गए हैं। पीओपी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल 2024 है।
प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस- 67 वैकेंसी
विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स प्रोफेसर के तौर पर पढ़ाएंगे। प्रोफेसर की सैलरी का खर्च खुद यूनिवर्सिटी उठाएगी। प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस वह लोग हो सकते हैं, जो अपने मूल व्यवसाय से शिक्षक नहीं हैं और न ही उनके पास विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य के लिए पीएचडी या यूजीसी नेट जैसी निर्धारित योग्यता है। विश्वविद्यालय उनके व्यापक प्रोफेशनल अनुभव के आधार पर छात्रों को पढ़ाने के लिए नियुक्त करेगा। प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस छात्रों को ऐसे विषय पढ़ाएंगे, जिसमें उनका लंबा प्रोफेशनल अनुभव है।
क्या हैं योग्यता
जिन व्यक्तियों की अपने विशिष्ट पेशे में कम से कम 15 साल की सेवा या अनुभव के साथ विशेषज्ञता है, वे 'प्रोफेसर्स आफ प्रैक्टिस' के लिए पात्र होंगे। ये शिक्षक नहीं होने चाहिए। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों के अनुसार इंजीनियरिंग, विज्ञान, मीडिया, साहित्य, उद्यमिता, सामाजिक विज्ञान, ललित कला, सिविल सेवा, कानून पेशे, पंचायती राज, ग्रामीण सेवा, वाटर हार्वेस्टिंग, ऑर्गेनिक फॉर्मिंग, स्माल ग्रीन एनर्जी सिस्टम, वाटरशेड डेवपलमेंट और सशस्त्र बलों जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञ इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए यूजीसी नेट या पीएचडी डिग्री की जरूरत नहीं है। नियुक्ति का आधार सिर्फ प्रोफेशनल अनुभव होगा।
अधिकतम 3 या 4 साल की नौकरी
प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर बनने वाले कॉन्ट्रेक्ट शुरू में एक वर्ष तक के लिए होगा। काम के आधार पर कॉन्ट्रेक्ट एक एक साल के बढ़ाया जाएगा। पीओपी की सेवा की अधिकतम अवधि तीन वर्ष से अधिक नहीं होगी।
असाधारण मामलों में इसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। किसी भी सूरत में कुल सेवा अवधि चार वर्ष से अधिक नहीं होगी।
असिस्टेंट प्रोफेसर के 158 पदों पर भर्ती
इस भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 14 अप्रैल 2024 है। रिक्त पदों में 54 अनारक्षित है। 22 एससी, 16 एसटी, 49 ओबीसी, 17 ईडब्ल्यूएस और 6 दिव्यांग के लिए आरक्षित है।
वैकेंसी का विषयवार ब्योरा इस प्रकार है -
डिजाइन - 06 पद
एनवायरमेंट इंजीनियरिंग - 10
आईटी - 13
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग - 05
इकोनॉमिक्स (यूएसएमई) - 04
मैनेजमेंट (यूएसएमई) - 27
बायो टेक्नोलॉजी - 09
मैकेनिकल इंजीनियरिंग - 34
कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग - 50
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