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NEET के 6 टॉपर एक सेंटर से क्यों, ग्रेस मार्क्स किस आधार पर दिए, अभ्यर्थी NTA से पूछे रहे ये 10 सवाल

NEET Result 2024 : नीट में 67 छात्रों का 720 में से 720 अंक पाना और कटऑफ का अचानक आसमान छूने वाली बात अभ्यर्थियों को हजम नहीं हो रही है। एनटीए की सफाई उन्हें तार्किक नहीं लग रही है।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 7 June 2024 07:50 AM
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नीट में 67 छात्रों का 720 में से 720 अंक पाना और कटऑफ का अचानक आसमान छूने वाली बात अभ्यर्थियों को हजम नहीं हो रही है। एनटीए की सफाई उन्हें तार्किक नहीं लग रही है। बहुत से नीट अभ्यर्थियों का आरोप है कि नीट का पेपर लीक होने की वजह से रैंक और नंबर को बुरी तरह प्रभावित किया है। पेपर लीक होने की वजह से रैंक में इनफ्लेशन हुआ है। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी नीट स्कैम, नीट परीक्षा रद्द करो और नीट रिजल्ट फिर से जारी करो हैश टैग से लगातार अभियान चला रहे हैं। एनटीए का कहना है कि एनसीईआरटी टेक्स्ट बुक और ग्रेस मार्क्स देने की वजह से टॉपरों की संख्या बढ़ गई है। 

छात्र पूछे रहे ये सवाल
1. हरियाणा के एक ही एग्जाम सेंटर से छह टॉपर कैसे हो सकते हैं ?
बहुत से स्टूडेंट्स का कहना है कि एनटीए ने नीट टॉपरों की जो मेरिट लिस्ट जारी की है उसमें 8 स्टूडेंट्स के रोल नंबर एक ही सीरीज के हैं। सीरियर नंबर 62 से लेकर 69 के तक के 8 स्टूडेंट्स में से 6 स्टूडेंट्स रैंक 1 पाने वाले टॉपर हैं। आठ में से छह हरियाणा के बहादुरगढ़ स्थित एक ही एग्जाम सेंटर के हैं। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी व एग्जाम एक्सपर्ट्स ने इसे लेकर नीट की पारदर्शिता पर संदेह जताया है। 8 में से 7 स्टूडेंट्स का सरनेम लिस्ट में क्यों नहीं लिखा है? इन स्टूडेंट्स का नीट रोल नंबर, नाम, मार्क्स और रैंक को हाईलाइट करने वाला स्नैपशॉट सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है। इन 8 में से 6 स्टूडेंट्स को 720 में से 720 अंक मिले हैं। अन्य दो को 719, 718 हैं।
एनटीए ने इस पर सफाई में कहा है कि हरियाणा के एग्जाम सेंटर पर स्टूडेंट्स का समय बर्बाद हुआ था, इसके चलते उन्हें मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स दिए गए। 

2. छात्र, पेरेंट्स व कोचिंग संचालकों ने पूछा है कि एनटीए बताए कितने स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स मिले हैं? किसे कितने कितने मार्क्स दिए गए हैं? बिना ग्रेस मार्क्स के भी नीट की ऑरिजनल मेरिट लिस्ट जारी होनी चाहिए। 

3. ग्रेस मार्क्स को लेकर एनटीए ने नोटिफिकेशन में कोई जानकारी नहीं दी थी। फिर अचानक रिजल्ट में इस पॉलिसी को क्यों किस आधार पर लागू किया गया?

4. किन सेंटरों पर टाइम लॉस हुआ है और किस आधार पर इन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं। 

5. एनटीए नॉर्मलाइजेशन पर स्पष्टीकरण दे। इसका क्या फॉर्मूला रहा। किस आधार पर यह दिया गया।

6. कितने सेंटरों के स्टूडेंट्स पर नॉर्मलाइजेशन लागू किया गया।

7. 718 और 719 मार्क्स कैसे आए, जबकि यह असंभव है। इन स्टूडेंट्स ने तर्क दिया कि नीट का पेपर 720 नंबर का होता है। हर सवाल चार नंबर का होता और गलत उत्तर पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग होती है। कोई छात्र अगर सभी सवाल सही करता है तो उसके पूरे 720 में से 720 आते हैं और अगर एक सवाल छोड़ देता है तो उसके 716 अंक आएंगे। वहीं एक सवाल गलत करता है तो उसके 715 अंक रह जाएंगे। ऐसे में 718 व 719 अंक हासिल कर पाना असंभव हैं।

8. नीट की टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी रिजल्ट के समय क्यों बदली गई है। 8वां नियम क्यों डाला गया है जबकि नोटिफिकेशन में इसका कोई जिक्र नहीं था, केवल 7 पैरामीटर ही थे? पहले आवेदन करने वाले को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा, यह पहले क्यों नहीं बताया गया। 

9. कितने टाइम लॉस होने पर कितने ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं?

10. लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन ही नीट रिजल्ट क्यों जारी किया गया? जबकि इसकी संभावित तिथि 10 दिन बाद थी। 

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