सब्जी बेचते हैं पिता, बेटी ने दूसरी बार में पास की NEET परीक्षा, अब सरकारी मेडिकल कॉलेज से MBBS करने की तैयारी
ओडिशा में एक दिहाड़ी मजदूर के बेटे और एक सब्जी विक्रेता की बेटी ने मेडिकल प्रवेश नीट पास की है। गंजाम जिले के पोलासरा ब्लॉक के निवासी शांतनु दलाई ने नीट में अखिल भारतीय रैंक 19,678 हासिल की है।
ओडिशा में एक दिहाड़ी मजदूर के बेटे और एक सब्जी विक्रेता की बेटी ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) पास की है। गंजाम जिले के पोलासरा ब्लॉक के निवासी शांतनु दलाई ने नीट में अखिल भारतीय रैंक 19,678 हासिल की है। गजपति जिले के अडावा गांव की रहने वाली इशरिता पांडा ने 720 में से 622 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंक 11,895 हासिल की है। उनके पिता अदावा बाजार में सब्जी बेचते हैं। इन दोनों ने अपने दूसरे मौके में प्रतिष्ठित परीक्षा उत्तीर्ण की क्योंकि वे पिछले साल इस परीक्षा को उत्तीर्ण नहीं कर पाये थे। पांडा ने कहा कि उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है और अपने अंकों से खुश है। उन्हें कटक या ब्रह्मपुर में एक प्रमुख सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट पाने की उम्मीद है।
एक दिहाड़ी मजदूर का बेटा दलाई राज्य के किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में भी दाखिला लेना चाहते हैं। उनके पिता ने कहा, ''आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद, मैंने उनकी पढ़ाई की उपेक्षा नहीं की।''
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दलाई शिक्षाविद सुधीर राउत द्वारा संचालित 'आर्यभट्ट' नाम के एक निजी संस्थान में भी निशुल्क कोचिंग ले रहे थे। पांडा के पिता ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 के कारण पिछले दो वर्षों में अपने व्यवसाय में नुकसान के बावजूद अपनी बेटी की पढ़ाई में कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा, ''मैं चाहता हूं कि वह एक डॉक्टर बने।''
राउत ने कहा कि उनके संस्थान ने पिछले कुछ वर्षों में कुछ गरीब छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान की और उनके प्रवेश के लिए धनराशि की व्यवस्था भी की।
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