उत्तराखंड में पहली बार पीएचडी की संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी
joint entrance exam for PhD प्रदेश में पहली बार उच्च शिक्षण संस्थानों में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा संयुक्त रूप से कराई जा रही है। परीक्षा का जिम्मा कुमाऊं विश्वविद्यालय को मिला है। इसके तहत राज्य मे
प्रदेश में पहली बार उच्च शिक्षण संस्थानों में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा संयुक्त रूप से कराई जा रही है। परीक्षा का जिम्मा कुमाऊं विश्वविद्यालय को मिला है। इसके तहत राज्य में संचालित कुमाऊं विवि, श्रीदेव सुमन विवि, एसएसजे विवि और उत्तराखंड मुक्त विवि के कॉलेजों में नए प्रवेशित 826 अभ्यर्थियों को शोध के लिए संस्थान आवंटित किए जाएंगे।
पूर्व में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय अपने-अपने स्तर पर पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराते थे। लेकिन इस बार शासन ने प्रवेश परीक्षा को प्रदेश में संयुक्त रूप से कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए कुमाऊं विवि को नोडल विवि बनाया है। परीक्षा के लिए समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 2550 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।
पीएचडी शोधार्थियों को भी मिलेगी स्कॉलरशिप
देहरादून, मुख्य संवाददाता । सरकारी विश्वविद्यालय और पीजी कॉलेजों से पीएचडी कर रहे शोध छात्रों को राज्य सरकार स्कॉलरशिप प्रदान करेगी। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने शासनादेश जारी कर दिया है।
सचिव शैलेष बगौली की ओर से बुधवार को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और उच्च शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में इसकी जानकारी दी गई है। पत्र में कहा गया है कि उच्च शिक्षा विभाग के अधीन संचालित राज्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पीएचडी के लिए पंजीकृत शोधार्थी इसके लिए पात्र होंगे। सरकार प्रतिवर्ष ऐसे सौ शोधार्थियों को प्रति माह पांच हजार रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान करेगी। इसमें कुमांऊ विवि, सोबन सिंह जीना विवि अल्मोड़ा, श्रीदेव सुमन विवि बादशाहीथौल टिहरी में 26- 26 और उत्तराखंड मुक्त विवि में 12 जबकि दून विश्वविद्यालय में 10 सीटें तय की गई हैं। शोधार्थियों का चयन नेट परीक्षा के प्राप्तांक और रैंक के आधार पर किया जाएगा। नेट परीक्षा उत्तीर्ण शोधार्थी नहीं मिलने पर, चयन यूसेट के प्राप्तांक के आधार पर किया जाएगा। एक शोधार्थी को अधिकतम तीन साल के लिए स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। कोई भी शोधार्थी केंद्र या राज्य सरकार की एक ही स्कॉलरशिप हासिल कर पाएगा। ऐसे शोधार्थी के लिए किसी भी तरह से सेवा में होने का प्रतिबंध रहेगा। मूल्यांकन के आधार पर ही शोधार्थी को अगले साल की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
कुमाऊं विश्वविद्यालय को मिला प्रवेश, परीक्षा एवं परिणाम समेत अन्य दायित्वों का जिम्मा
पीएचडी संयुक्त प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को शामिल किया है। समर्थ पोर्टल के माध्यम से आवेदन मांगे गए हैं। - प्रो. एनजी साहू, नोडल अधिकारी पीएचडी संयुक्त प्रवेश परीक्षा उत्तराखंड
कहां कितनी सीटें
कुमाऊं विवि नैनीताल134,श्रीदेव सुमन विवि 487,सोबन सिंह जीना विवि अल्मोड़ा 140, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में 65 सीटें हैं।
ये हैं तिथियां
समर्थ पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन की तिथि 3 जुलाई है। ऑनलाइन आवेदन पंजीकरण की अंतिम तिथि 22 जुलाई। ऑनलाइन परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 23 जुलाई और प्रवेश परीक्षा की तिथि 11 अगस्त है।●
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