UPSSSC VDO Exam: वीडीओ परीक्षा का पेपर अलीगढ़, नोएडा-बागपत समेत कई जगह बेचा, लीक कराने वाला गैंग दबोचा
एसटीएफ ने ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी की है। आरोपियों के मोबाइल से प्रश्न पत्र डिजिटल फार्म में बरामद कर लिया गया है। पूछताछ के बाद खुला
एसटीएफ ने ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी की है। आरोपियों के मोबाइल से प्रश्न पत्र डिजिटल फार्म में बरामद कर लिया गया है। पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि गैंग का सरगना यूपी पुलिस की महिला दरोगा का भाई है और खुद भी दरोगा की परीक्षा पास कर चुका है। इन्हीं आरोपियों ने प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया था और मोटी रकम लेकर लोगों को बेचा था। इस गिरोह के तीन सरगना समेत सात आरोपी अभी फरार हैं।
मेरठ में पकड़े गए तीन आरोपी एसटीएफ मेरठ की टीम ने मेरठ में मवाना बस स्टैंड के पास सरधना के मोहम्मदपुर चकबंदी आबाद निवासी उधम सिंह, उसके भाई संदीप, मनोज निवासी कपसाड़ को गिरफ्तार किया। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि उधम के भाई संदीप की ग्राम विकास अधिकारी सहारनपुर के राजकीय इंटर कॉलेज नेहरू मार्केट में पेपर होना था। संदीप की जगह 27 जून को उधम परीक्षा देने के लिए सहारनपुर गया था। उधम को अंकित पूनिया पुत्र विक्रम सिंह निवासी सैनिक विहार रोहटा रोड मेरठ और विवेक निवासी गांव लुहारी बड़ौत बागपत ने परीक्षा का प्रश्न पत्र और उत्तर व्हाट्सएप पर उपलब्ध कराया था। उधम भाई की जगह पर पेपर देने को ब्लूटूथ लगाकर गया था।
उधम ने बताया कि उसके मोबाइल पर अलीगढ़ निवासी राकेश ने भी द्वितीय पाली का पेपर करीब 3.25 बजे भेजा था। इसकी उत्तर कुंजी चार बजे विशाल ने भेजी थी। उधम ने बताया कि यह उत्तर उसने राकेश को भेजे थे। 26 जून को भी प्रथम और दूसरी पाली परीक्षा में विवेक, अंकित और राकेश ने नकल कराई थी। इन लोगों ने मोनू और योगेश निवासी ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क पीआईआईटी कंप्यूटर लैब पर पेपर भेजे थे। इसके साथ ही नीशू सिंह, मोनू तथा योगेश ने पेपर बेचकर मोटी रकम कमाई थी।
परीक्षा के लिए बिहार से यूपी भेजे 50 से ज्यादा सॉल्वर
मेरठ। यूपी में हुई वीडीओ परीक्षा के दौरान बिहार से करीब 50 से ज्यादा सॉल्वर बुलाकर परीक्षाएं दिलाई गई। कई गिरोह इस परीक्षा में पेपर लीक कराने और सॉल्वर बैठाने में सक्रिय थे। एसटीएफ ने अभी तक 100 से ज्यादा आरोपियों की धरपकड़ की है और बाकी की तलाश की जा रही है।
खालिद उपलब्ध कराता है ब्लूटूथ डिवाइस
रुड़की निवासी खालिद का काम इस गिरोह को नकल कराने के लिए ब्लूटूथ डिवाइस उपलब्ध कराने का होता है। यह डिवाइस कान में लगाई जाती है और बाहर मोबाइल से इस पर प्रश्नों के उत्तर बताए जाते हैं। यह डिवाइस देहरादून और दिल्ली दोनों जगह से खरीदकर लाई जाती हैं और इसके बाद इस्तेमाल की जाती हैं।
पुलिस को इनकी तलाश
● विशाल गिरी पुत्र सतीश गिरी निवासी पूठ, रोहटा मेरठ।
● अंकित पुनिया निवासी लुहारी, बड़ौत बागपत।
● राकेश कुमार निवासी अलीगढ़।
● मोनू निवासी ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क
● योगेश निवासी ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क
● नीशू सिंह
● विवेक निवासी लुहारी बागपत।
ये आरोपी गिरफ्तार
● उधम सिंह पुत्र सुखपाल सिंह, निवासी ग्राम मोहम्मदपुर चकबंदी आबाद, सरधना
● संदीप पुत्र सुखपाल, निवासी मोहम्मदपुर चकबंदी आबाद, सरधना
● मनोज पुत्र जयप्रकाश निवासी कपसाड़, थाना सरधना
ये तीन हैं गैंग के सरगना
● अंकित पुनिया निवासी सैनिक विहार कॉलोनी रोहटा रोड मेरठ।
● विवेक निवासी लुहारी बड़ौत बागपत।
● राकेश निवासी अलीगढ़।
यह किया गया बरामद
पुलिस ने आरोपियों से चार मोबाइल फोन, दो प्रश्न पत्र(प्रथम और द्वितीय पाली), दो प्रवेश पत्र, तीन आधार कार्ड, दो पेनकार्ड, एक श्रमकार्ड, एक कार बरामद की गई।
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