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UPSESSB ने टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की 15508 भर्ती का नोटिफिकेशन किया रद्द

UPSESSB TGT PGT Notification 2020 : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज ने टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की 15508 भर्तियों का नोटिफिकेशन रद्द कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने...

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान टीम, प्रयागराजWed, 18 Nov 2020 06:10 PM
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UPSESSB TGT PGT Notification 2020 : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज ने टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की 15508 भर्तियों का नोटिफिकेशन रद्द कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने यह फैसला विधिक राय के बाद लिया है। एक ही लिखित परीक्षा में तदर्थ और फ्रेश अभ्यर्थियों को अंक देने के दो मापदंड अपनाना गलत पाया गया। टीजीटी जीव विज्ञान को बाहर करने से भी विधिक अड़चन आई। इस कारण भर्ती को नोटिफिकेशन रद्द करने का फैसला लिया गया। आपको बता दें कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज ने 29 अक्टूबर को टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की 15508 वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) के 12913 और प्रवक्ता (पीजीटी) के 2595 पद थे। आवेदन की अंतिम तिथि 27 नवंबर तय की गई थी। भर्ती में पहली बार आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के अभ्यर्थियों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया था।

संजय सिंह के मामले में 28 अगस्त के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते महाधिवक्ता ने 13 नवंबर को अपनी विधिक राय दी थी कि एक ही संवर्ग की एक ही लिखित परीक्षा में तदर्थ शिक्षक एवं फ्रेश अभ्यर्थियों के लिए अंक देने के दो भिन्न-भिन्न मापदंड नहीं अपनाए जा सकते। इस लिहाज से चयन बोर्ड की ओर से 29 अक्तूबर को जारी विज्ञापन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के विपरीत है। यदि इस विज्ञापन के अनुसार चयन किया जाता है तो वह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना होगी।

लिहाजा चयन के लिए दो भिन्न पद्धति से अंक प्रविधानित करते हुए जारी विज्ञापन निरस्त किए जाने योग्य है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अक्षरशः अनुपालन करते हुए नया विज्ञापन जारी करने की आवश्यकता है। विधिक राय पर गहनता से विचार-विमर्श के बाद प्रतियोगियों के हितों में तथा टीजीटी जीव विज्ञान विषय को विज्ञापन में सम्मिलित करने सम्बन्धी प्रत्यावेदनों के निस्तारण के लिए 29 अक्तूबर को जारी विज्ञापन निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

जो आवेदन कर चुके हैं, उन्हें फिर से आवेदन करने की जरूरत नहीं
अब तक ऑनलाइन आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को नए विज्ञापन में दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। उसके लिए सॉफ्टवेयर में प्रविधान करने के लिए एनआईसी से अनुरोध किया जाएगा। अध्यक्ष वीरेश कुमार की अध्यक्षता में गूगल हैंगआउट एप के माध्यम से हुई बैठक में सदस्य डॉ. धीरेन्द्र द्विवेदी, डॉ. हरेन्द्र कुमार राय, डॉ. दिनेशमणि त्रिपाठी, डॉ. ओम प्रकाश राय व उपसचिव नवल किशोर मौजूद रहे। गौरतलब है कि पिछले तकरीबन तीन सप्ताह में हजारों अभ्यर्थी कर चुके हैं।

भर्ती में जीव विज्ञान विषय को शामिल न किए जाने के काफी विरोध हो रहा था। जीव विज्ञान विषय बाहर करने से इस विषय के तदर्थ शिक्षक भी बाहर हो रहे थे जो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में सभी तदर्थ शिक्षकों से नई भर्ती में आवेदन लेने के आदेश दिए थे। समस्या पर विचार करने के बाद भर्ती में टीजीटी जीव विज्ञान को शामिल करने पर सहमति बनी थी और नया विज्ञापन निकालने की तैयारी तेज कर दी गई थी। जीव विज्ञान के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने जाने पर भी चर्चा चल रही थी।

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