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UPSC NDA,CDS: क्या इंग्लिश न आने पर SSB इंटरव्यू में हो जाते हैं रिजेक्ट, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

यूपीएससी की ओर से NDA और CDS की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाती है। वहीं इस परीक्षा में सफल होने के लिए एसएसबी इंटरव्यू राउंड भी क्लियर करना होता है। आइए जानते हैं इस राउंड को क्लिय करने के

Priyanka Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 4 May 2024 12:08 PM
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UPSC NDA,CDS Exam: अगर आप वायुसेना, नौसेना या थल सेना में शामिल होना चाहते हैं और देश की सेवा करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि सबसे पहले यूपीएससी की ओर से आयोजित एनडीए और सीडीएस की लिखित परीक्षा में शामिल होना होता है। जो उम्मीदवार इस परीक्षा में सफल होते हैं, उन्हें एसएसबी इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है। कहा जाता है,  एसएसबी इंटरव्यू काफी कठिन है और जिनकी इंग्लिश कमजोर हैं, उनके लिए ये राउंड लोहे के चने चबाने के समान हैं। आइए जानते हैं  एसएसबी इंटरव्यू पास करने के लिए इंग्लिश आना कितनी जरूरी है। क्या कहते हैं एक्सपर्ट।

सबसे पहले जानते हैं एसएसबी इंटरव्यू के पैटर्न के बारे में

एसएसबी इंटरव्यू की प्रक्रिया को दो चरणों में विभाजित गई है। चरण I और चरण II। एसएसबी इंटरव्यू  के चरण I में ऑफिसर इंटेलिजेंस रेटिंग (OIR) टेस्ट शामिल हैं। जबकि एसएसबी इंटरव्यू चरण II में इंटरव्यू , ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर टास्क, साइक्लॉजी टेस्ट शामिल होते हैं।

क्या इंग्लिश न आने के कारण उम्मीदवार पास नहीं कर पाते SSC इंटरव्यू?

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विंग कमांडर और आर्मी साइकोलॉजिस्ट ने कहा कि नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) और कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) के लिए लिखित परीक्षा पास करने के बाद आयोजित सर्विस सेलेक्शन बोर्ड यानी SSB इंटरव्यू सबसे कठिन इंटरव्यू में से एक है। वहीं एसएसबी इंटरव्यू केवल इंग्लिश में आयोजित किया जाता है। इंटरव्यू के दौरान जब उम्मीदवार उत्तर देते हैं या ग्रुप डिस्कशन करते हैं तो कहीं न कहीं इसका प्रभाव अलग से पड़ता है। वहीं प्रश्नों और ग्रुप डिस्कशन को समझने और उनका उत्तर देने के लिए उम्मीदवारों को थोड़ी बहुत इंग्लिश आनी चाहिए, ताकि उम्मीदवार खुद को ग्रुप डिस्कशन से अलग न समझे और कनेक्ट कर सके।

विंग कमांडर ने आगे कहा, अक्सर हिन्दी मीडियम के उम्मीदवार इंटरव्यू देने के बाद अपना आत्मविश्वास खो देते हैं। जब वहां कुछ उम्मीदवार अच्छी और फर्रारेटदार इंग्लिश बोलते हैं, तो हिन्दी मीडियम के उम्मीदवार पहले ही अपने मन में धारणा बना लेते हैं कि उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं होता है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एनडीए और सीडीएस की तैयारी करने वाले छात्रों को अपनी इंग्लिश सुधारने और उसे बोलने की प्रैक्टिस करनी चाहिए, खासकर अगर वह जो बहुत कमजोर है तो उन्हें इस पर जरूर ध्यान देना चाहिए। आपको बता दें, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) और सीडीएस (कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज) का आयोजन करता है। ये परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाती है।

 

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