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UPSC Interview 2022: क्यों IAS तनु जैन कहा, UPSC इंटरव्यू में न करें गली के अंकल-आंटी के जैसे बात, बताए कारण

UPSC Interview Process: यूपीएससी की परीक्षा मुश्किल परीक्षा में एक होती है। जिसे क्लियर करने के लिए दिन रात एक करने पड़ते हैं। वहीं इस परीक्षा में सबसे मुश्किल चरण इंटरव्यू यानी पर्सनालिटी टेस्ट का ह

Priyanka Sharma लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीSun, 9 Oct 2022 07:33 PM
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UPSC Interview Process: यूपीएससी की परीक्षा मुश्किल परीक्षा में एक होती है। जिसे क्लियर करने के लिए दिन रात एक करने पड़ते हैं।  वहीं इस परीक्षा में सबसे मुश्किल चरण इंटरव्यू यानी पर्सनालिटी टेस्ट का है। लाखों की संख्या में यूपीएससी की परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों से कुछ ही ऐसे होते हैं जो इंटरव्यू तक पहुंच पाते हैं। वहीं आइए जानते हैं यूपीएससी इंटरव्यू के दौरान कैसे बात करनी चाहिए। बता रही हैं IAS तनु जैन।

IAS तनु जैन ने कहा, "जब मैंने अपना पहला इंटरव्यू दिया, उसके बाद मुझे लगा शायद इस साल तो मेरा सिलेक्शन हो ही जाएगा, अब तो बस टॉप रैंक में आने की देरी है, लेकिन जब रिजल्ट आया तो मुझे समझ आया, सिलेक्शन तो हो गया, लेकिन इंटरव्यू में मेरे नंबर बहुत कम थे। मुझे 275 में से 151 नंबर मिले थे। नंबर देखकर मुझे आश्चर्य हुआ। इसके बाद मैंने अपना अगला अटेम्प्ट दिया और जैसा कि मैंने मेंस के साथ अपना एक प्रोसेस दोहराया था, वैसा ही मैंने इंटरव्यू के साथ किया। मैंने खुद का स्वमूल्यांकन (self evaluation) करना शुरू किया। जहां पर मैंने ये जानने की कोशिश की कि कहां- कहां पर्सनालिटी के कौनसे ऐसे प्वाइंट होते हैं, जिन पर हमें ध्यान देना चाहिए। जो  UPSC को चाहिए। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है, जिस किसी ऑफिसर को आप आदर्श मानते हैं, आप ये देखें कि उनकी पर्सनालिटी कैसी है। वो किस तरीके से बात करते हैं"

"वो जो उनके बात करने का तरीका है, जो पर्सनालिटी है, वो आपके लिए गाइडेंस बन सकती है। मैंने वहीं से गाइडेंस ली है। जब मैंने ये महसूस किया कि, जो इंटरव्यू के दौरान जो स्थिरिता चाहिए। एक शांत पर्सनालिटी चाहिए वो, आपको धीरे-धीरे सीखनी चाहिए, क्योंकि इंटरव्यू के दौरान हमें गली के अंकल आंटी के जैसे बात नहीं करनी। कुछ भी बिना किसी फैक्ट्स के, बिना किसी कारण के, बिना किसी एनालिसिस के अगर हम बात करते हैं तो वह बात बिना तथ्य वाली, यानी एक गली की बात हो जाती है। जैसे अंकल आंटी गलियों में बात करते हैं। वहीं दूसरी ओर जब आप एक अधिकारी बनने के विषय में सोच रहे हैं,  जब आपको उसके लिए जज किया जा रहा है, तो उस वक्त इंटरव्यू में आपको जो बात करनी है वो फैक्ट्स के साथ, कारण के साथ होनी चाहिए"

IAS तनु जैन कहा,  "जब मेरे इंटरव्यू में 151 नंबर हासिल किए थे, उसके बाद मैंने अपनी इंटरव्यू अच्छा करने में काफी सुधार किया, जिसमें मेरी मदद मेरे दोस्त ( जो अब मेरे पति हैं) ने की। उस समय मेरे इंटरव्यू में 275 में से 200 नंबर आए "

इन सब बातों से मैंने सीखा, रुकावटें चाहें  कितनी भी हो और आपके अंदर कितनी भी कमियां क्यों न हों, अगर आप आगे बढ़ना चाहते और खुद में सुधार करना चाहते हैं,  तो आप वो सुधार कर सकते हैं।

 

 

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