UPSC IAS : प्रीलिम्स में क्यों फेल होते हैं लाखों, 7 बार यूपीएससी प्री क्रैक करने वाले शख्स ने बताई गलती
UPSC IAS : 7 बार यूपीएससी सिविल सर्विसेज प्रीलिम्स एग्जाम क्लियर करने वाले कुणाल आर. विरुलकर ने कहा कि प्रीलिम्स में फेल होने की बड़ी वजह यह है कि अभ्यर्थी सभी प्रश्न पढ़ने के बाद ओएमआर शीट भरते हैं।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में हर साल करीब 9 से 10 लाख अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में बैठते हैं लेकिन इनमें से सिर्फ 15 हजार के आसपास ही मुख्य परीक्षा के लिए क्वालिफाई कर पाते हैं। कइयो से तो कई-कई अटेम्प्ट के बाद भी एक बार भी प्रीलिम्स नहीं निकलता। जबकि कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो पिछले प्रयासों में इंटरव्यू व मेन्स तक पहुंचने के बावजूद प्रीलिम्स में मात खा जाते हैं। 7 बार यूपीएससी सिविल सर्विसेज प्रीलिम्स एग्जाम क्लियर करने वाले कुणाल आर. विरुलकर ने कहा कि प्रीलिम्स में फेल होने की बड़ी वजह यह है कि अभ्यर्थी सभी प्रश्न पढ़ने के बाद ओएमआर शीट भरते हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'उम्मीदवार यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में असफल क्यों हो जाते हैं? इसका एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि अभ्यर्थी सभी प्रश्न पढ़ने के बाद ओएमआर शीट भरते हैं। ऐसी स्थिति में समय की कमी के कारण अभ्यर्थी ओएमआर शीट में गलत गोले (उदाहरण के लिए- प्रश्न संख्या 40 के उत्तर के लिए अभ्यर्थी उत्तर संख्या 41 भर दते हैं) भर सकते हैं । ऐसी बचकाना गलतियों से बचने के लिए मेरा सुझाव यह है कि प्रश्नों को पढ़ने के बाद गोलों को भरें। गोला भरने के बाद उस प्रश्न को भूल जाएं। यह तरीका प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्नों को करते समय आपकी मैन्युअल त्रुटियों को कम कर सकता है। इस मेथड को एक्सपेरिमेंट बेसिस पर मॉक टेस्ट हल करने में आजमाएं। ऑल द बेस्ट'
महाराष्ट्र के कुणाल आर. विरुलकर ने हाल में यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम का अपना 11वां अटेम्प्ट दिया। उन्होंने 7वीं बार मेन्स एग्जाम दिया। इससे पहले के 10 अटेंप्ट में वह 6 मेन्स एग्जाम और 4 इंटरव्यू दे चुके हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने उनसे सवाल पूछा कि प्रीलिम्स के लिए क्या अध्ययन सामग्री होनी चाहिए। इसके उत्तर में उन्होंने कहा, 'बेसिक पुस्तकें (एनसीईआरटी), स्टैंडर्ड पुस्तकें (लक्ष्मीकांत, स्पेक्ट्रम), हिंदू समाचार पत्र, योजना पत्रिका, कोई भी करंट अफेयर्स पत्रिका, यूपीएससी प्री के पिछले सालों के प्रश्न पत्र, कोचिंग संस्थानों के मॉक और रिविजन।
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एक्स पर एक यूजर ने लिखा, 'एक लेकिन केवल वे प्रश्न जिनके उत्तर के बारे में आप 100% आश्वस्त हैं, ठीक है? अन्य प्रश्नों के लिए, दोबारा पढ़ने, वापस आने, सोचने और अंत में उत्तर को चिह्नित करने की सलाह दी जाती है? कुणाल ने उत्तर में लिखा, 'हां, अन्य प्रश्नों (टाइप 2 और टाइप 3) के लिए प्रश्नों को दोबारा पढ़ें और पुष्टि के बाद उत्तर को मार्क करें। लेकिन मेरा सुझाव यह है कि जब आप अपना ऑप्शन तय कर लें तो उत्तर को मार्क करें।
यूपीएससी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) , भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस), भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) समेत की तरह की सिविल सेवओं के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए प्रतिवर्ष तीन चरणों में प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार सिविल सेवा परीक्षा आयोजित कराती है।
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