UPRTOU: 240 अध्ययन केंद्रों पर लग सकता है ताला, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने केद्रों को भेजा नोटिस
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेशभर में संचालित 240 अध्ययन केंद्रों को बंद कर सकता है। इन अध्ययन केंद्रों में विगत तीन वर्षों (शैक्षिक सत्र 2019-20, 2020-21 और 2022-23) से नामांकित
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेशभर में संचालित 240 अध्ययन केंद्रों को बंद कर सकता है। इन अध्ययन केंद्रों में विगत तीन वर्षों (शैक्षिक सत्र 2019-20, 2020-21 और 2022-23) से नामांकित शिक्षार्थियों की संख्या पांच अथवा उससे कम रही है। ऐसे में सत्र जुलाई 2023-24 से इन अध्ययन केंद्रों को बंद करने की तैयारी है। इन अध्ययन केंद्रों की सूची विश्वविद्यालय प्रशासन ने जारी कर दी है। नोटिस भी भेजा है।
विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के समेत उत्तर प्रदेश के सभी क्षेत्रीय केंद्रों (प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, आगरा, मेरठ, कानपुर, झांसी, नोएडा, आजमगढ़, गोरखपुर, अयोध्या) से संबद्ध कुल 1300 अध्ययन केंद्र संचालित किए जाते हैं। इन केंद्रों पर डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के अलावा जागरूकता पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिए जाते हैं।
विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र प्रभारी प्रो. पीपी दुबे और डा. आनंदानंद त्रिपाठी की ओर से सूबे के 240 अध्ययन केंद्रों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि आपके महाविद्यालय पर विश्वविद्यालय द्वारा संचालित अध्ययन केंद्र में विगत तीन वर्षों (सत्र 2019-20, 2020-21 और 2022-23) से नामांकित शिक्षार्थियों की संख्या पांच अथवा उससे कम रही है। आप द्वारा अध्ययन केंद्र संचालन में उदासीनता एवं शिक्षार्थियों की संख्या में वृद्धि करने में सक्रियता की कमी परिलक्षित हो रही है। यदि आगामी सत्र में भी ऐसी ही स्थिति रही तो सत्र जुलाई 2023-24 से अध्ययन केंद्र को बंद/निरस्त किया जा सकता है। ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर इन केंद्रों को ध्यान देने को कहा गया है। इन केंद्रों की सूची विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी गई है।
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