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Hindi Newsकरियर न्यूज़UPPSC PCS J Exam: Paper should not be leaked under any circumstances - Chief Secretary

UPPSC PCS J Exam: किसी भी स्थिति में पेपर लीक न होने पाए - मुख्य सचिव

UPPSC PCS J Exam 2023 : मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा है कि पीसीएस-जे परीक्षा-2022 की प्रारंभिक परीक्षा आगामी 12 फरवरी को प्रदेश के पांच शहरों-आगरा, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ व प्रयागराज में होनी है

Alakha Ram Singh विशेष संवाददाता, लखनऊTue, 7 Feb 2023 03:49 PM
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UPPSC PCS J Exam 2023 : मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा है कि पीसीएस-जे परीक्षा-2022 की प्रारंभिक परीक्षा आगामी 12 फरवरी को प्रदेश के पांच शहरों-आगरा, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ व प्रयागराज में होनी है। परीक्षा को पूरी तरह से नकलविहीन एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से करा ली जाएं। किसी भी स्थिति में पेपर लीक न हो, इसके लिये सुरक्षा के सभी इंतजाम सुनिश्चित कर लिए जाएं। अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समस्त मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सभी जिलाधिकारी एवं मण्डलायुक्त अपने जिलों में हो रहे नवाचार को एक-दूसरे से साझा करें। उन्होंने जिले की कैपिटल इनकम बढ़ाने पर विशेष बल दिया। कहा कि सभी जनपदों में संभावित पर्यटन क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें विकसित करें। उन्होंने कहा कि कई बार अच्छे कार्य होते हैं, लेकिन उनका डाटा पोर्टल पर फीड न होने के कारण उन्हें उपलब्धि हासिल नहीं होती है। इसलिए सभी जिलाधिकारी सांख्यिकी अधिकारी के साथ बैठक कर योजनाओं के सही आंकड़ें पोर्टल पर फीड कराएं।

उन्होंने कहा कि जनपदों में विशेष रूप से मैन्युफैक्चरिंग उद्देश्य के लिए ऋण विस्तार में आने वाले चुनौतियों की पहचान कर उसमें सुधार किया जाए। यूपी की अर्थव्यवस्था को वर्ष 2027 तक एक ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी जिलों द्वारा कार्य योजना तैयार की जाए।

कई डीएम ने नवाचार पर दी प्रस्तुति
मुख्य विकास अधिकारी अमरोहा ने अमृत महोत्सव का उपहार ग्राम दारा नगर-अमरोहा ‘अन्धेरे से उजाले की ओर’ विषय पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि ग्राम में विद्युत व्यवस्था के लिए 50 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया गया है। सोलर पैनल के साथ 70 किलोवाट का इनवर्टर लगाया है। ग्राम की वर्तमान आवश्यकता 38 किलोवाट है। ग्राम में प्रत्येक घर में विद्युत मीटर लगाते हुए 4 एलईडी बल्व एवं 2 साकेट की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई है। 76 विद्युत पोल के माध्यम से पूरे ग्राम को विद्युत सप्लाई की गई है और सभी पोल पर एलईडी लाईट की व्यवस्था की गई है।

जिलाधिकारी सहारनपुर ने स्वीट रिवाल्यूशन (मीठी क्रांति) की चर्चा करते हुए कहा कि इससे शहद का कारोबार 100 करोड़ हो गया है, 15000 से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है और 34 स्वयं सहायता समूहों की आय में वृद्धि हुई है। अकेले सहारपुर यूपी के कुल शहद उत्पादन का 18 प्रतिशत योगदान देता है। 

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