यूपी बोर्ड और संस्कृत के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के मानक अलग
यूपी बोर्ड और संस्कृत शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के मानक अलग-अलग हैं। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटर के परीक्षार्थी के बैठने के लिए जहां 25 वर्ग फीट जगह देने की व्यवस्था की...
यूपी बोर्ड और संस्कृत शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के मानक अलग-अलग हैं। यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटर के परीक्षार्थी के बैठने के लिए जहां 25 वर्ग फीट जगह देने की व्यवस्था की है। वहीं, माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद ने प्रथम से उत्तर मध्यमा तक की परीक्षा में परीक्षार्थी के बैठने के लिए 20 वर्ग फीट क्षेत्रफल निर्धारित किया है।
अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की ओर से 25 नवंबर को जारी यूपी बोर्ड परीक्षा की केंद्र निर्धारण नीति में कोरोना के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के मकसद से प्रत्येक परीक्षार्थी के लिए 36 वर्ग फीट (3.34 वर्ग मीटर) का क्षेत्रफल निर्धारित किया था। हालांकि 21 जनवरी को इसमें संशोधन कर 25 वर्ग फीट (2.32 वर्ग मीटर) स्थान सुनिश्चित कर दिया गया।
यूपी बोर्ड के मानक के अनुसार एक कमरे का क्षेत्रफल 500 वर्गफुट होता है। इस लिहाज से प्रत्येक कमरे में पहले जहां औसतन 14 बच्चों के बैठने की व्यवस्था हो पा रही थी, वहीं संशोधित नियम से अब एक कमरे में 23 बच्चे बैठ सकेंगे। इसके उलट संस्कृत शिक्षा बोर्ड में कम छात्र होने के बावजूद एक दूसरे के बीच दूरी घटा दी गई। माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय पांडेय ने 31 मार्च तक केंद्र निर्धारित करने के आदेश दिए हैं।
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