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UP TGT PGT : यूपी टीजीटी पीजीटी भर्ती परीक्षा का पैटर्न बदला, नए शिक्षा आयोग में बदला नियम

यूपी में शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा में केवल संबंधित विषय के प्रश्न ही पूछे जाते थे। लेकिन अब दो घंटे की लिखित परीक्षा में पूछे जाने वाले वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी रहेंगे।

Pankaj Vijay संजोग मिश्र, प्रयागराजWed, 27 Dec 2023 07:43 AM
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उत्तर प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है। 13 दिसंबर को जारी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 की नियमावली में यह व्यवस्था दी गई है। अब तक शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा में केवल संबंधित विषय के प्रश्न ही पूछे जाते थे। लेकिन अब दो घंटे की लिखित परीक्षा में पूछे जाने वाले वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी रहेंगे। इससे अभ्यर्थी के विषय ज्ञान के अलावा सामान्य ज्ञान का भी परीक्षण हो सकेगा। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि प्रश्नपत्र में कितने प्रश्न विषय से और कितने सामान्य ज्ञान के होंगे। प्रशिक्षित स्नातक की भर्ती सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर होगी, जबकि प्रवक्ता के लिए साक्षात्कार भी होगा। प्रवक्ता में लिखित परीक्षा के लिए पूर्णांक का 90 प्रतिशत अंक और साक्षात्कार का 10 प्रतिशत अंक होगा।

संगठन ने लगातार मांग उठाई उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (ठकुराई गुट) के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी का कहना है कि नए आयोग की नियमावली में डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल की चयन प्रक्रिया तो स्पष्ट है कि लिखित परीक्षा, शैक्षिक प्रदर्शन सूचकांक तथा साक्षात्कार के अंकों के आधार पर होगी, किंतु एडेड माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य की चयन प्रक्रिया को स्पष्ट नहीं किया गया। जबकि संगठन के द्वारा प्रधानाचार्य की भर्ती में लिखित परीक्षा की लगातार मांग की जा रही थी तथा निदेशालय ने प्रस्ताव भी भेजा था।

पद स्वीकृत रिक्त
- प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य 4512 3041
- प्रवक्ता (पीजीटी) 22254 2522
- सहायक अध्यापक (टीजीटी) 71684 16750

36 पेज की नियमावली, प्रिंसिपल भर्ती का नियम नहीं?
13 दिसंबर को जारी नए शिक्षा सेवा चयन आयोग की 36 पेज की नियमावली में सहायता प्राप्त हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों में प्रधानाध्यापक व प्रधानाचार्य भर्ती का नियम ही नहीं है। नियमावली जारी होने के बाद से प्रधानाचार्य पद के दावेदार शिक्षकों में संशय की स्थिति बनी हुई है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड एडेड कॉलेजों में संस्था प्रधान (प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाचार्य) के पदों पर भर्ती साक्षात्कार के आधार पर करता रहा है। जबकि हाल के वर्षों में साक्षात्कार व्यवस्था में भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए शिक्षक लिखित परीक्षा से प्रधानाचार्य भर्ती की मांग कर रहे हैं। नियमावली में सहायता प्राप्त स्नातक एवं स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में प्राचार्य भर्ती के लिए तो कायदे-कानून बताए गए हैं, लेकिन हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।

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